Meerut Rapid Rail Accident: मेरठ रैपिड रेल निर्माण में बड़ा हादसा, भरभराकर मजदूरों पर गिरा स्लैब
Meerut Rapid Rail Accident : मेरठ में रैपिड रेल का स्लैब बनाने के दौरान सोमवार को बड़ी दुर्घटना हो गई. जानकारी के अनुसार, कंक्रीट डालते समय अचानक से रैपिडेक्स का स्लैब स्ट्रक्चर गिर गया और वो भरभरा कर गिरा.
पारस गोयल/मेरठ : Meerut Rapid Rail Accident :मेरठ में रैपिड रेल का स्लैब बनाने के दौरान सोमवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां रैपिडेक्स का स्लैब स्ट्रक्चर गिर गया और कंक्रीट डालते समय अचानक से स्लैब भरभरा कर गिरा. हादसे में 8 मजदूर घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. घायल मजदूर अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. घटना की जानकारी मिलते ही डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचे.घटना शॉप्रिक्स मॉल के पास हुई.
बताया जाता है कि रैपिड रेल के मेट्रो स्टेशन के ट्रैक बनाने का कार्य यहां चल रहा था, तभी सरियों के बीच बने स्ट्रक्चर में जैसे ही कंक्रीट डाला गया, वो उसका बोझ सह नहीं पाया और भरभराकर नीचे आ गिरा. इस दौरान निर्माणाधीन ट्रैक पर काम कर रहे 10 मजदूर इसकी चपेट में आ गए और बुरी तरह घायल हो गए. इस दुर्घटना में दो मजदूरों की हालत गंभीर बताई जाती है. हालांकि यह हादसा कैसे हुआ और किन कारणों से हुआ, इसका अभी पता नहीं लग पाया है. घटना की जानकारी होने पर उच्च अधिकारी भी पहुंचे, लेकिन हादसे की वजहों को लेकर अभी कुछ कहने से वो बच रहे हैं.
घायल मजदूरों का कहना है कि वो रोजाना की तरह वहां मजदूरी कर रहे थे और कंकरीट सीमेंट मिक्सचर भराई का काम चल रहा था, तभी अचानक वो लिंटर नीचे ढह गया. उस पर खड़े होने के कारण मजदूर भी मिक्सचर में दब गए. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि समय रहते मजदूरों को निकाल लिया गया, वरना कई लोगों की जान जा सकती थी.
गौरतलब है कि दिल्ली मेरठ के बीच रैपिड रेल का निर्माण चल रहा है. यह काम तीन चरणों में पूरा होना है. इसका पहला चऱण गाजियाबाद से दुहाई के बीच तैयार हो चुका है. जल्द ही इसके उद्घाटन की संभावना है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ रैपिड रेल के इस पहले चरण का उद्घाटन कर सकते हैं. लेकिन अभी इसकी कोई तारीख तय नहीं है.
यह भी पढ़ें
जासूस तो नहीं सीमा हैदर, पाकिस्तान से कैसे पहुंची यूपी? मामले को खंगाल रही है UP ATS
सोमवती अमावस्या पर भक्त लगा रहे पवित्र डुबकी, गूंज रही हर-हर गंगे की जयकार