नीना जैन/सहारनपुर: सहारनपुर में लोक अदालतों के जरिए विवादों का निपटारा किया जा रहा है. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार गुरुवार को जनपद न्यायाधीश ने मध्यस्थता (आर्बिट्रेनशन) पर लोक अदालत का आयोजन किया. लोक अदालत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जनपद में एक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. 


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मोबाइल वैन लोगों को करेगी जागरुक
यह मोबाइल वैन 12 नवंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर लोगों को जागरुक करेगी. जिला न्यायाधीश बबीता रानी के मुताबिक लोक अदालत के जरिए लाखों मामले मौके पर ही निपटाए जाते हैं. 12 नवंबर को एक बार फिर लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है. 3 दिन तक यह वैन गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करेगी. उन्होंने कहा कि लोक अदालत से समय और संसाधनों की बचत होती है.


नालसा और सालसा के निर्देश पर आयोजन
यह अभियान नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी (नालसा) और स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी (सालसा) के निर्देश पर किया जा रहा है. इस मौके पर जनपद न्यायाधीश बबीता रानी के साथ प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नरेंद्र कुमार पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण संजय कुमार तथा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी मौजूद रहे. सहारनपुर में लोक अदालत बहुत बेहतर स्थिति में है. यहां पिछली बार भी 9500 में मुकदमों का निस्तारण एक ही दिन में किया गया था. 


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पारिवारिक झगड़े के सबसे ज्यादा मामले


प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नरेंद्र कुमार ने बताया कि परिवार संबंधित अब ज्यादा मामले आते हैं. ऐसे में उनका प्रयास रहता है दोनों पक्षों को समझा कर मामले का निस्तारण किया जाए. इस बार भी इसी उद्देश्य से हम राष्ट्रीय लोक अदालत से वादी और प्रतिवादियों को जोड़ना चाहते हैं.