Mirzapur: `जाको राखे साइयां, मार सके न कोय`... रेलवे ट्रैक पर कूदने के बावजूद जानिए कैसे बची मां-बच्चे की जान
विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या के इरादे से त्रिवेणी एक्सप्रेस ट्रेन के आगे कूदी मां-बच्चे की जान बची. जीआरपी ने दोनों को पैदल ही अस्पताल पहुंचाया. मां-बच्चे की हालत ठीक बताई जा रही.
राजेश मिश्र/मिरजापुर : 'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय', इस लाइन को विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर चरितार्थ होते देखा गया है. दरअसल यहां रेलवे स्टेशन पर एक मां अपने मासूम बच्चे के साथ आत्महत्या करने के इरादे से ट्रेन के आगे कूद गई. जब तक ट्रेन का ड्राइवर कुछ कर पाता तब तक ट्रेन की चार बोगियां दोनों के ऊपर से गुजर गईं. हालांकि दोनों की जान बच गई. मां-बच्चे को मामूली चोटें आई हैं.
ट्रेन चालक की सूझबूझ से बची जान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार रात एक महिला त्रिवेणी एक्सप्रेस के सामने अपने मासूम बच्चे के साथ कूद गई. महिला को कूदते देख ट्रेन के ड्राइवर ने भी ट्रेन को रोकने की कोशिश की. हालांकि, इस दौरान ट्रेन इंजन समेत चार बोगियां महिला और बच्चे के ऊपर से गुजर गई. जानकारी मिलते ही जीआरपी प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. इसके बाद जीआरपी ने ट्रेन के नीचे फंसे मां-बच्चे को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला.
अफरा-तफरी का माहौल बना रहा
हादसे में महिला और बच्चे को मामूली चोट आई है. दोनों को नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, कुछ ही देर बाद त्रिवेणी एक्सप्रेस को आगे के लिए रवाना कर दिया गया. इस दौरान रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.
पैदल ही ले गए अस्पताल
जीआरपी प्रभारी ने बताया कि एंबुलेंस की मदद मांगी गई, लेकिन उसे आने में देर लग रही थी. इसी बीच दोनों को पैदल ही विंध्याचल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाया गया. इसके बाद डॉक्टरों ने दोनों को वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया है जहां पर इलाज चल रहा है. दोनों की हालत ठीक बताई जा रही है.
तीन दिन पहले महिला घर से लापता हो गई थी
जीआरपी प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि घायल महिला का नाम सीमा सिंह पटेल है जो आजमगढ़ के बीबीपुर की रहने वाली है. उन्होंने बताया कि महिला अपने बच्चे के साथ तीन दिन पहले आजमगढ़ से लापता हो गई थी. इस संबंध में गाजीपुर थाने में गुमशुदगी भी दर्ज है. उन्होंने बताया कि महिला के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है.