राजेश मिश्र/मीरजापुर : कभी एसपी, कभी डीएसपी तो कभी आईएएस अफसर बनकर शहरवासियों को चूना लगाने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी शख्‍स अफसर बनकर लोगों को धमकाता था. साथ ही अफसर बनकर लोगों से रुपये भी ऐंठ लेता था. 


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नकली अफसर बनकर लगा रहा था चूना 
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि शहर में नकली IAS/IPS बनकर अधिकारियों को फोनकर काम कराने के लिए धमकाने का मामला सामने आया था. इसके बाद पुलिस ने नकली अफसर बनकर धमकाने वाले शख्‍स को गिरफ्तार कर लिया. इसकी पहचान आलोक तिवारी के रूप में हुई है. 


अधिकारियों से झाड़ता था रौब 
एसपी मीरजापुर ने बताया कि आलोक तिवारी ने कई बार खुद को शहर का पुलिस अधीक्षक बनकर अधिकारियों से रौब झाड़ता था. इसकी शिकायत भी उन्‍हें मिली थी. इसके बाद पुलिस ने आलोक को गिरफ्तार कर लिया. आलोक मूलतः जनपद बाराबंकी के आवास विकास कालोनी का रहने वाला है. 


घर वालों को डिप्‍टी एसपी बताया 
आलोक तिवारी केवल फोन पर रौब झाड़कर अधिकारियों को डरा धमकाकर पैसे नहीं ऐंठता था. बल्कि लोगों से खुद को अफसर बताकर काम कराने के नाम पर भी चूना लगाता था. इसके अलावा वह अपने घर वालों को भी गुमराह कर खुद को बिहार में डिप्टी एसपी पद पर तैनात बताता था. घर पर उसके डिप्टी एसपी होने का नेम प्लेट भी लगा रखा है. 


रील में चौकी इंचार्ज कर रहे आवभगत 
एसपी ने बताया कि आलोक के पास से बरामद उसके मोबाइल में कई बार खुद को अधिकारी बताकर बात करने के कई रिकॉर्ड भी मौजूद मिले. एक रील भी बनाकर डाल रखा है. इसमें चौकी इंचार्ज उसकी आवभागत करते दिख रहे हैं. कई तलाश के बाद आखिर में आलोक पुलिस के हाथ लग गया. 


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