Moradabad: BJP के वरिष्ठ नेता ने कराई थी शूटर बुलाकर कुशांक की हत्या, जल्द शूटर होगा गिरफ्तार
Kushank Murder Case: मुरादाबाद पुलिस ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र में साल 2022 में हुए चर्चित कुशांक हत्याकांड का खुलासा किया है. आइए बताते हैं पूरा मामला...
मुरादाबाद: मुरादाबाद पुलिस ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र में साल 2022 में हुए चर्चित कुशांक हत्याकांड का खुलासा किया है. कुशांक गुप्ता हत्याकांड में भाजपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक का नाम प्रकाश में आया था. बता दें कि कुशांक गुप्ता स्पोर्ट्स समान के व्यापारी थे, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दरअसल, शूटर ने दुकान में घुसकर उनके सिर में गोली मारी थी. इसके एक साल के बाद पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
आपको बता दें कि इस मामले में मुख्य अभियुक्त बीजेपी का पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक और उसका साथी खुशवंत सिंह उर्फ भीम का नाम सामने आया है. जानकारी के मुताबिक पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक पहले से मुंडापांडे थाना क्षेत्र के हुए अपहरण के मामले में जेल में बंद हैं. वहीं, उसके नीचे काम करने वाले खुशवंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस को अभी-भी शूटर की तलाश है.
इस पूरी घटना का एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीणा ने खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक का कुशांक से दुकान को लेकर झगड़ा चल रहा था. वहीं, जब कुशांक का किराये के पैसे को लेकर अपने किरायेदार से झगड़ा हुआ, तो मौका पाकर ललित कौशिक ने शूटर बुलाकर अपने एक आदमी को उसके साथ लगा दिया. इसके बाद उसने कुशांक की गोली मारकर हत्या करा दी. इस घटना में पूर्व ब्लाक ललित कौशिक एवं दूसरा खुशवंत सिंह का नाम सामने आया है, जो हीरो की बाइक चला रहा था. वहीं, तीसरा अज्ञात शूटर बताया जा रहा है. उसका नाम अभी नहीं बताया गया है. उन्होंने बताया कि अभियुक्त ललित कौशिक का वारंट बनवाया गया है. इसके बाद उसका पीसीआर लिया जाएगा. पीसीआर में पूछताछ कर जल्द शूटर को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
कुशांक हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीणा ने बताया कि 13 जनवरी 2022 को थाना सिविल लाइंस थाना अंतर्गत मर्डर हुआ था. रामगंगा बिहार में सिद्धबली स्पोर्ट्स के नाम से दुकान थी. कुशांक गुप्ता उसके ऑनर थे. उनका मर्डर हुआ था, वादी के पिता के द्वारा तहरीर दी गई थी, उसमें दो लोगों को नामजद किया गया था. इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तारी कर जेल भेजा था. बाद में उनकी संलिपता नहीं पाए जाने पर 169 की कार्यवाही की गई थी. उसमें उनकी नामजदगी गलत की गई. उसके बाद लगातार इस घटना के अनावरण के लिए थाना सिविल लाइंस की टीम, सीओ सिविल लाइंस और एसपी सिटी के नेतृत्व में लगातार जांच की जा रही थी, लेकिन इसमें कोई सफलता नहीं मिली थी.
इसके बाद 2 दिन पहले जो वादी के पिता द्वारा ने दोबारा तहरीर दी. उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति पर उनको मर्डर की आशंका थी, बाद में उनको जानकारी मिली उनका नाम ललित कौशिक है. वह राम गंगा बिहार में रहते हैं. उनके बेटे के साथ 2020 में किसी बात को लेकर उनका झगड़ा हुआ था. दुकान खाली कराने को लेकर आपस में झगड़ा हुआ था. इसमें सिविल लाइन थाने में मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया. मुकदमे की पैरवी के दौरान आपस में कई बार फेसबुक पर ट्विटर पर कुशांक गुप्ता ने ट्वीट किया था, उनको लगता था कि इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है. इसी को लेकर वह कई बार लिखते थे. इसी नाराजगी को दिखाते हुए जब साल 2022 में इनका हिमांशु गोयल और प्रियांशु गोयल से किराए को लेकर कुछ विवाद हुआ. इस दौरान ललित कौशिक ने मौका देखकर अज्ञात हत्यारे को बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी.
इस मामले में तहरीर 27 मार्च को दी गई. उसी के आधार पर ललित कौशिक का नाम प्रकाश में आया. ललित कौशिक की गिरफ़्तारी के बाद मे इसमें एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई. उसका नाम खुशवंत सिंह उर्फ भीम है. उसे आज गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में उसने बताया कि कुशांक ने जब 2020 में झगड़ा हुआ था, तो ललित कौशिक को काफी परेशान किया था. सोशल मीडिया और पब्लिक में उसे बहुत उल्टा सीधा कह कर काफी तंग किया गया. इससे वह काफी परेशान था. जब फिर 2022 में झगड़ा हुआ था पड़ोसियों से तो मौका देखकर इस घटना को प्लांट करके करवाया है, जिसमें जो खुशवंत सिंह को जिम्मेदारी दी गई थी कि एक व्यक्ति को लेकर आएगा. इसके बाद खुशवंत ने मोटरसाइकिल से एक अज्ञात हत्यारे को साथ में लेकर जानकारी दी गई. वहा शाम को निकलेगा, इसी बीच उनके द्वारा गोली मारी गई. गोली मारने के बाद इनके द्वारा उसकी मोटरसाइकिल और उसको शहर से बाहर ले जाकर छोड़ दिया गया. उसके बाद में वापस आ गए. आज उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.