ग्राहकों के लिए ऑनलाइन खरीदारी अब और आसान हो जाएगी. दरअसल, ग्राहकों की पसंद-नापसंद, सामान की तेज डिलिवरी जैसे तमाम जरूरतों के अनुसार ई-कॉमर्स टेक्नोलॉजी को ढालने के लिए 1000 से ज्यादा रिटेलरों ने हाथ मिलाया है. यूनी कॉमर्स की ओर से शुक्रवार को आयोजित ‘सरल’ सम्मेलन में 1000 से ज्यादा रिटेलर ब्रैंड्स शामिल हुए. इस प्लेटफॉर्म पर ई-कॉमर्स स्किल और एआई-मशीन लर्निंग के जरिये उपभोक्ताओं के अनुभव को जानने के बेहतरीन तरीकों का प्रदर्शन किया गया . भारत के सबसे बड़े ई कॉमर्स समिट ‘सरल’ के जरिये भारत में ऑनलाइन बिजनेस की बढ़ोतरी पर ध्यान केंद्रित किया गया.   


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औद्योगिक एवं निवेश संवर्धन विभाग  डीपीआइआइटी के अपर सचिव अनिल अग्रवाल भी सम्मेलन में पहुंचे.उन्होंने कहा, ओएनडीसी ने हरेक प्रक्रिया को अलग-अलग कर आसान बना दिया है और इससे ई कॉमर्स ट्रांजैक्शन आसान संभव हो पाया है. विक्रेता, खरीदार, पेमेंट सिस्टम और लॉजिस्टिक सेवा पर ध्यान दिया गया है. इसके जरिये ऑनलाइन सेलिंग और शॉपिंग और बिजनेस नेटवर्क को टियर II, III के छोटे शहरों और गांवों तक ले जाना आसान हो जाएगा.


इससे छोटे वेंडर्स (विक्रेताओं) एवं स्वउद्यमियों को भी वैश्विक मंच मुहैया होगा. इससे ये वेंडर्स न सिर्फ स्थानीय बाजार में बल्कि धीरे-धीरे एक राष्ट्रीय कंपनी के तौर पर उभर सकेंगे.ओएनडीसी के चीफ बिजनेस ऑफिसर शिरीश जोशी और यूनी कॉमर्स के सीईओ कपिल मखीजा के बीच सम्मेलन में चर्चा हुई. जोशी ने कहा “आज के समय में ई कॉमर्स तभी संभव है, जब कोई ग्राहकों की पसंद की सर्च से लेकर सामान की डिलिवरी के अंत तक की प्रक्रिया को आपस में जोड़ता है. जब खरीदार एवं विक्रेता दोनों एक ही प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर होते हैं.


ओएनडीसी ऐसा ही लचीला और मजबूत प्लेटफॉर्म है. इसमें खरीदार और विक्रेता अपनी जरूरत के आधार पर जुड़ सकेंगे. यूपीआई का इस्तेमाल कर जिस तरह पेमेंट किए जाते हैं, उसी तरह ओएनडीसी भी ई कॉमर्स कंपनियों एवं विक्रेताओं को ज्यादा संख्या में खरीदारों तक पहुंचने में सशक्त बनाएगा.