उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के बीच एक और बड़ी सड़क परियोजना को हरी झंडी दे दी गई है. दोनों राज्यों को जोड़ने वाले NH-734 के मुरादाबाद  ठाकुरवाड़ा  काशीपुर खंड के (मुरादाबाद और अमरोहा जिले के मुरादाबाद और काशीपुर बाईपास)सुधार और अपग्रेडेशन को मंजूरी दी गई है. ईपीसी मोड के तहत 1841.92 करोड़ रुपये की लागत के साथ इसे मंजूरी दी गई है. मुरादाबाद से जुड़े 33.724 किमी लंबाई के (Flexible pavement सहित) इस नेशनल हाईवे का सुधार कार्य 2 साल की अवधि में पूरा किया जाएगा.

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Lucknow Kanpur Expressway : लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे से 30 मिनट में पहुंचेंगे राजधानी, उन्नाव समेत 3 जिलों की सड़क परियोजना पर काम शुरू


मुरादाबाद बाईपास कॉरिडोर NH-734 यानी मुरादाबाद-काशीपुर महामार्ग से जोड़ने पर यात्रा का समय काफी कम होगा. दिल्ली से मेरठ, बरेली और मुरादाबाद के लिए यातायात और बेहतर हो जाएगा. यह आगे रामनगर के माध्यम से जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से जुड़ जाएगा.


दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का 5वां चरण
दिल्‍ली मेरठ एक्‍सप्रेस वे को गंगा एक्सप्रेसवे से लिंक करने के प्रोजेक्ट पर भी काम अब तेज होगा. यह दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवां चरण है, जो 2 साल में पूरा हो जाएगा.उत्तर प्रदेश के 12 जिले के लोगों को आवाजाही में इससे आसानी होगी.NHAI का कहना है कि एक्सप्रेसवे को आगे चलकर गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया जाएगा. इससे यूपी और उत्तराखंड के बीच आवागमन और बेहतर होगा.एनएचएआई के जरिये कंस्ट्रक्शन कंपनी को चांदसारा, खानपुर, नगला पातु और हापुड़ रोड समेत कई अन्य इलाकों पर अधिग्रहण के बाद कब्जा दिया गया है.


कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे परियोजना शुरू
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Kanpur-Lucknow Expressway) परियोजना का कार्य 31 अक्टूबर से शुरू हो गया.उन्नाव के करौंदी गांव को छोड़कर बाकी में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.इस परियोजना का कार्य जून 2024 तक काम पूरा हो जाएगा. कानपुर और लखनऊ के बीच 67 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे निर्माण खोदाई कार्य शुरू हो गया है. जिले में  उन्नाव सदर, पुरवा और हसनगंज तहसील क्षेत्र के 32 गांव कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे दायरे में आ रहे हैं. कानपुर के धनऊ पुरवा में सडक निर्माण कार्य की शुरुआत हुई है.