बरेली में राष्ट्रीय मुस्लिम पसमांदा महासम्मेलन, मिशन 2024 को लेकर बीजेपी का दांव
पसमांदा मुस्लिमों को अपने वोट बैंक में शामिल करने के लिए बीजेपी ने सियासी रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में कई जनपदों में पसमांदा सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं.
अजय कश्यप/बरेली: उप चुनाव, निकाय चुनाव और फिर मिशन 2024 से पहले बीजेपी ने पसमंदा मुस्लिमों को आकर्षित करने में जुटी है. रामपुर के बाद अब बरेली में राष्ट्रीय मुस्लिम पसमांदा महामसम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन में जिले भर के हजारों मुस्लिमों ने हिस्सा लिया.सम्मलेन के माध्यम से केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के पिछड़े मुस्लिमों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने कहा कि भाजपा पिछड़े मुस्लिमों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है.
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि देश और प्रदेश सरकार सभी के साथ है. सबका साथ-सबका विकास करने का काम कर रही है. सभी के हितों का ध्यान रख रही है. वहीं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने अब तक बांटने का काम किया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने सभी को जोड़ने का काम किया है. वहीं दानिश अंसारी ने कहा कि सरकार मुस्लिमों के साथ है. देश का मुसलमान भी सरकार के साथ है. विपक्षी दलों ने अभी तक मुस्लिमों को बांटने का काम किया है लेकिन बीजेपी मुस्लिमों को जोड़ने का काम कर रही है.
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रामपुर में डिप्टी सीएम ने साधा था निशाना
इससे पहले 12 नवंबर को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रामपुर में आयोजित पसमांदा सम्मेलन में समाजवादी पार्टी और विशेष रूप से आजम खान पर सियासी वार किए थे. उन्होंने यहां यह भी कहा था कि बड़े मियां से कह दो कि पसमांदा समाज अब उनका हुक्का नहीं भरेगा. पाठक ने इस मौके पर कहा था कि समाजवादी पार्टी की सरकार में मुस्लिमों को बिरयानी में तेजपत्ता की तरह इस्तेमाल किया जाता था.