गौरया श्रीवास्तव/औरैया: इन दिनों यमुना नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. हालात यह है कि यमुना किनारे बसे कई गांव पूरी तरह या तो जलमग्न हो चुके हैं या फिर उनका संपर्क टूट चुका है. बाढ़ प्रभावित गांव के लोग सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं. इस आपदा के बीच से औरैया जिले में एक ऐसी तस्वीर सामने देखने को मिली है जहां NDRF (National Disaster Response Force) की टीम एक गर्भवती महिला के लिए भगवान बन गई. NDRF टीम को सूचना मिली इटावा जिले के चकरनगर तहसील क्षेत्र में भरेह गांव है जहां एक शालनी नाम की गर्भवती महिला दर्द से बेचैन है और गांव में कोई भी सुविधा गांव से शहर जाने के लिए नहीं है जिससे गभर्वती महिला को अस्पताल तक पहुंचाया जा सके.


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सभी ने की सराहना


इसकी सूचना औरैया जिले में तैनात NDRF के जवानों को लगी तो वह इटावा जिले के भरहे गांव के लिए बोट से निकल पड़े.  NDRF टीम के जवानों ने अपने फर्ज और ड्यूटी का कर्तव्य निभाते दूसरे जिले में जाकर गर्भवती महिला को घर से रेस्क्यू कर यमुना की बाढ़ से निकाल कर बोट से औरैया जिले के सिकरोड़ी गांव लाए. यहां महिला को औरैया जिले के प्रशासन ने वाहन साधन से अस्पताल भेजा. इस सरहनी कार्य को देखते हुए आम लोगो एनडीआरएफ की सराहना की. 


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इस मामले को लेकर जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इटावा जिले में एक गांव पड़ता है भरेह जहां एक शालनी नाम की गर्भवती महिला बीमार है और उसे अस्पताल की जरूर है जिसके बाद समय रहते NDRF की टीम मौके पर रेस्क्यू कर गांव से बाहर निकाला और समय से अस्पताल पहुंचाया नही तो कोई घटना भी हो सकती थी. दरअसल एनडीआरएफ की टीम देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात होती है. देश के किसी भी जगह में प्राकृतिक या मानव जनित आपदा होने पर महज कुछ घंटों में ही एनडीआरएफ की टीम पहुंचकर राहत कार्यों में जुट जाती है.