इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनोज मिश्रा सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई लिखाई
New judges in Supreme Court: न्यायाधीश मनोज मिश्रा अगस्त 2013 से इलाहाबाद हाई कोर्ट के स्थायी जज हैं.
New judges in Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट को 5 और नए जज मिल गए हैं. इसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश मनोज मिश्रा के नाम को भी मंजूरी दे दी गई है. बता दें कि न्यायाधीश मनोज मिश्रा की पढ़ाई लिखाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई है. अभी सुप्रीम कोर्ट में 27 जज ही हैं. यहां जजों की संख्या 34 होनी चाहिए.
2013 से स्थायी जज हैं मनोज मिश्रा
न्यायाधीश मनोज मिश्रा दिसंबर 1988 में वकील बने. उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में नागरिक, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक मुद्दों पर बहस की. नवंबर 2011 में इलाहाबाद हाई कोर्ट में ही एडिशनल जस्टिस बने. मनोज मिश्रा अगस्त 2013 से इलाहाबाद हाई कोर्ट के स्थायी जज हैं. भारत के चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने पिछले साल 13 दिसंबर, 2022 को सुप्रीम कोर्ट में प्रमोशन के लिए इनके नाम की सिफारिश की थी.
32 हो गई जजों की संख्या
इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश मनोज मिश्रा के अलावा राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल, पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल, मणिपुर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पीवी संजय कुमार और पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के नामों को भी मंजूरी दी गई है. सुप्रीम कोर्ट को 5 नए जज मिलने के बाद यहां कुल जजों की संख्या 32 हो गई.
दो फरवरी को पीएमओ ने दी मंजूरी
बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने 2 फरवरी, 2023 को ही इन नामों को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद नामों को राष्ट्रपति भवन भेजा गया. बताया जा रहा है कि नए न्यायाधीशों को सोमवार को शपथ दिलाई जा सकती है. नियुक्तियों की प्रक्रिया को लेकर कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच लंबी खींचतान के बीच यह तय हुआ है.
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