Next President of India: भारत को जल्द ही नए राष्ट्रपति मिलने वाले हैं, लेकिन प्रेसिडेंट का पद किसे मिलेगा, इसको लेकर सस्पेंस अभी भी बरकरार है. राज्यसभा चुनाव पूरा हो चुका है और अब राष्ट्रपति चुनाव का इंतजार है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्तार अब्बास नकवी और आरिफ मोहम्मद खान में से किसी को महामहिम की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इससे 2 बड़ी बातें निकल कर हमारे सामने आती हैं. एक तो यह कि हो सकता है भारत को एक और मुस्लिम राष्ट्रपति मिले... और दूसरा यह कि इन दोनों ही कैंडिडेट्स का ताल्लुक उत्तर प्रदेश से है. लिहाजा, यूपी के लिए यह बड़ी खबर है.


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9 प्रधानमंत्री... अब तीसरे राष्ट्रपति भी यूपी से?
देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की हमेशा से बड़ी भूमिका रही है. वह यूपी ही है, जिसने देश को जवाहर लाल नेहरू, अटल बिहारी बाजपेयी, नरेंद्र मोदी सहित कुल 9 प्रधानमंत्री दिए हैं. अब माना जा रहा है कि जाकिर हुसैन और रामनाथ कोविंद के बाद तीसरे राष्ट्रपति भी यूपी से ही होंगे.


महामहिम रामनाथ कोविंद का कानपुर से जुड़ाव
मालूम हो, भारत के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी उत्तर प्रदेश से ही हैं. उनके गांव का नाम परौंख है, जो कि कानपुर देहात का हिस्सा है. महामहिम कोविंद जितनी बार भी अपने गांव आते हैं, भावुक हो जाते हैं. उन्होंने कहा था कि चाहे वह कहीं भी रहें. उनके गांव की मिट्टी की खुशबू हमेशा उनके दिल में रहती है. राष्ट्रपति कोविंद कहते हैं कि परौंख केवल उनके लिए एक गांव ही नहीं, उनकी मातृभूमि भी है. यहीं से उन्हें आगे बढ़कर देश-सेवा करने की प्रेरणा मिलती है.


जानें कौन हैं राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार


1. मुख्तार अब्बास नकवी
जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव में नकवी को उम्मीदवार न बनाया जाना किसी बड़े फैसले को दर्शाता है. कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट पर नकवी को खड़ा किया जाएगा, लेकिन बीजेपी नेतृत्व ने ऐसा नहीं किया. मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी का एक अहम हिस्सा हैं. ऐसे में विशेषज्ञ यह उम्मीद जता रहे हैं कि उन्हें राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया जा सकता है. 


एक निजी न्यूज चैनल द्वारा पूछे जाने पर कि किया नकवी का नाम राष्ट्रपति पद के लिए रखा जा सकता है? इसपर मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब दिया, "जो होगा बेहतर होगा. सितारों के आगे जहां और भी है, अभी इश्क के इम्तेहां और भी हैं." वहीं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के तौर पर उनका नाम चुने जाने को लेकर नकवी ने जवाब दिया, "ये जो जिम्मेदारियां हैं, ये अलग-अलग लोगों के लिए हैं. इसमें मैं तो फिलहाल नहीं हूं."


आपको बता दें, मुख्तार अब्बास नकवी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री हैं. उनका का जन्म 15 अक्टूबर 1957 में प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में हुआ था. वे साल 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा सदस्य रहे. इसके बाद साल 2016 से वह झारखंड से राज्यसभा सदस्य हैं. मौजूदा समय में मुख्तार अब्बास नकवी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. ऐसे में वह केवल 6 महीने तक ही केंद्र सरकार में मंत्री रह सकते हैं.


2. आरिफ मोहम्मद खान
मुस्लिम उम्मीदवारों में राष्ट्रपति पद के लिए पहला नाम आरिफ मोहम्मद खान का चल रहा है. मीडिया में आरिफ मोहम्मद के नाम की चर्चा खूब है. मालूम हो, आरिफ मोहम्मद 2019 से केरल के गवर्नर हैं और प्रोग्रेसिव मुस्लिम नेताओं में उनका नाम शामिल है. ऐसे में माना जा सकता है कि देश के मुसलमानों को बड़ा पैगाम देने के लिए बीजेपी आरिफ मोहम्मद का नाम पेश कर सकती है. 


बता दें, आरिफ मोहम्मद खान का जन्म 18 नवंबर 1951 में यूपी के बुलंदशहर में हुआ था. उन्होंने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी और शिया कॉलेज, लखनऊ से पढ़ाई पूरी की है. साल 1972 में अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन के जरिए राजनीति में उतरने वाले आरिफ खान कांग्रेस, जनता दल, बहुजन समाज पार्टी का हिस्सा बनने के बाद साल 2004 में बीजेपी में आए. मोहम्मद आरिफ हमेशा मुस्लिम रिफॉर्मेशन को लेकर आवाज उठाते रहे हैं. 


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