राजू राज/नोएडा: दिल्ली एनसीआर की हवा में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतें होती हैं. स्थानीय प्रशासन द्वारा लगातार कोई न कोई उपाय किए जाते हैं. बावजूद इसके प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. बात करें दिल्ली से सटे नोएडा की नोएडा में भी अक्टूबर के आखरी हफ्ते से ही पॉल्यूसन लेवल खतरनाक स्थिति में है. मंगलवार के दिन भी नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 350 से ऊपर है. दीवाली के अगले दिन से एयर क्वालिटी इंडेक्स 350 के पार है. यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक है. गिरते प्रदूषण लेवल के देखते हुए नोएडा आरटीओ ऑफिस ने सख्ती दिखाते हुए धुआं, और प्रदूषण फैलाती गाड़ियों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. 


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ये हैं नये नियम
नोएडा के आरटीओ ने 1लाख 19 हजार 612 वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का आदेश दिया है. इसमें 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल से चलने वाले वाहन शामिल हैं. डीजल से चलने वाले 6422 वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने के नोटिस जारी किए गए हैं. वहीं 15 साल पुराने 1लाख 13 हजार 190 पेट्रोल वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का नोटिस जारी किया जा चुका है. वहीं आरटीओ ने पिछले दिनों 7000 वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया है. इसके साथ ही यूरो-1 के मानक पूरे कर चूके 84 हजार 299 वाहनों को को चिन्हित किया गया है, जिन्हें एनसीआर के बाहर ले जाने के लिए एनओसी नहीं दी जाएगी.


पर्यावरण प्रदूषण से निजात की कवायद


दरअसल दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ सालों से प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए कभी सरकार परिवहन और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को लेकर समय-समय नियम लागू किए जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी कुछ समय पहले नोएडा समेत एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जाहिर की थी.