प्रयागराज: अमरावती में उमेश और उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के बाद एनआईए की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. जिसके मुताबिक, दोनों पीड़ितों के अलावा तमाम ऐसे लोग हैं, जिनको "सर तन से जुदा" करने की धमकी दी जा रही है. वे लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं. इनमें से ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिन्होंने जाने-अनजाने में कोई पोस्ट सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड की है या नूपुर शर्मा को सपोर्ट किया है. जिसके बाद से "सर तन से जुदा" गैंग लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है. इसी क्रम में विश्व हिंदू परिषद काशी प्रान्त की तरफ से मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया. 


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वीएचपी ने किया सुरक्षा का दावा 
प्रयागराज में आज वीएचपी के काशी प्रान्त के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेंद्र ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने धमकी या किसी तरह से डर से खौफ में जी रहे हिंदुओं की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. उन्होंने कहा कि "जगह-जगह पर हिंदू समाज पर हमला, शोभा यात्राओं पर हमला, हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी कर भय का वातावरण बनाने की योजना इस्लामिक कट्टरता के कारण की जा रही है. सोशल मीडिया पर पोस्ट नापसंद आने के कारण जान से मारने की धमकी दी जा रही है." ऐसे में अगर किसी हिंदू को कोई धमकी मिलती है, तो वे तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर वीएचपी से सहायता मांग सकते हैं. वीएचपी व बजरंग दल के कार्यकर्ता न सिर्फ उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाएंगे बल्कि थाने और कचहरी तक उन्हें कानूनी व हर जरूरी मदद देंगे. 


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इस नंबर पर कॉल कर मांगे मदद 
वीएचपी की तरफ से कहा गया कि वीडियो जारी कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देकर देश की संप्रभुता को चुनौती दी जा रही है. जो उदारवादी विचारों की स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता को चुनौती है. जिसे भारत की जनता, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल स्वीकार करता है. ऐसे विधर्मियों और राष्ट्र विरोधी शक्तियों से लड़कर हम विजय प्राप्त करेंगे. धमकियों के शिकार हिंदुओं से आग्रह है कि वे निडरता पूर्वक उनके विरुद्ध तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित करें. अपनी शिकायत दर्ज कराएं. पूरा हिंदू समाज के साथ बजरंग दल के कार्यकर्ता स्थानीय स्तर पर खड़े हैं. जिसके लिए संगठन ने प्रांत से लेकर प्रखंड तक योजना तैयार की है. उसी क्रम में आज काशी प्रांत हेल्पलाइन नंबर 9198942004 जारी किया जा रहा है. जिस पर ऐसी घटनाओं की जानकारी देकर सहायता प्राप्त की जा सकती है. 


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