हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी : जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्र गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल ,धारली ,सुखी ,खरसाली आदि क्षेत्रों में बीते कुछ रोज पूर्व भारी बर्फबारी हुई है जिसके कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान जीरो डिग्री से भी नीचे दर्ज किया गया है. इस बीच यमुनोत्री में एक संत बर्फ के ऊपर ध्यान मुद्रा में बैठा हुआ है. जबकि यहां पर तापमान -0 डिग्री से भी नीचे है,फिर भी साधु की आस्था अडिग है. साथ ही गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Gangotri Rashtriya Rajmarg)और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Yamunotri rashtriya rajmarg) जहां पर बर्फ और पाला पढ़ने के कारण फिसलन भरा हो रखा है जिस पर सफर करना काफी खतरनाक है. 


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देवभूमि उत्तराखंड में आस्था के ऐसे अनेक रंग देखने को मिलते हैं. संत की इस तपस्या को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. लोग हैरान हैं कि इस कड़ाके की ठंड में बाबा कैसे बर्फ में बैठा हुआ है. उल्लेखनीय है कि आस्था के ऐसे रंग प्रयागराज, काशी, हरिद्वार, उज्जैन से लेकर देश के हर तीर्थस्थल पर देखने को मिलते हैं.


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शासन जलवा रहा अलाव
वहीं प्रभारी जिलाधिकारी जय किशन का कहना है कि बीआरओ और NH विभाग बड़कोट को निर्देशित किया गया है कि दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर चूना और नमक का छिड़काव किया जाए. इसके साथ ह जनपद के सभी नगर पालिका और नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मुख्य जगहों पर शाम के समय अलाव जलाया जाए. गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग में जहां-जहां पर काफी बर्फबारी हुई है, उसको हटाने के लिए भी विभागों को निर्देशित किया गया है.