BJP-SBSP Alliance Speculations: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जहां बहुमत मिला, वहीं समाजवादी पार्टी और गठबंधन दलों को 115 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहकर संतुष्ट होना पड़ा. हालांकि, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को हार में भी अपनी जीत नजर आई. पिछली बार उनकी पार्टी ने चार सीटें जीती थीं. इस बार छह सीटें हासिल की. ओपी राजभर अपनी सीट बचा ले गए, लेकिन उनका बेटा अरविंद राजभर वाराणसी की शिवपुर सीट से हार गया. 


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पिछली बार 4, तो इस बार जीतीं 6 सीटें
ऐसे में ओम प्रकाश राजभर का कहना था कि जहां-जहां हम काम करते हैं, वहां-वहां गठबंधन ने भारी जीत हासिल की है. उन्होंने पूर्वांचल के जिलों का नाम गिनाते हुए कहा कि गाजीपुर में सभी सीटें जीत ली हैं. आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बस्ती, बलिया, मऊ जैसे जिलों में हम काफी सफल हुए हैं. बस बाहर फेल हो गए. इससे साफ जाहिर था कि वह समाजवादी पार्टी से नाराज हैं. राजभर सपा प्लस की हार का ठीकरा सपा और बाकी सहयोगी दलों पर फोड़ रहे थे और खुद को जीता हुआ बता रहे थे.


भाजपा-सुभासपा गठबंधन की अटकलें
वहीं, आज खबर आई कि ओमप्रकाश राजभर बीजेपी के गठबंधन में वापस आ सकते हैं. उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान, अमित शाह और सुनील बंसल से बीती शाम को मुलाकात की थी. यह भी माना जा रहा था कि उन्हें योगी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है, यानि योगी कैबिनेट में किसी विभाग के मंत्री का पद दिया जा सकता है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर ओमप्रकाश राजभर या बीजेपी ने इसकी पुष्टि नहीं की थी, फिर भी चर्चाओं का बाजार गर्म था.


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राजभर के बेटे ने किया खबरों का खंडन
अब इसको लेकर ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने फेसबुक पर पोस्ट कर इन अटकलों पर विराम लगा दिया है. अरविंद राजभर भाजपा-सुभासपा गठबंधन की खबरों का खंडन करते हुए कहा, "सुभासपा का भाजपा के साथ जाना निराधार , सपा के साथ जारी रहेगा गठबंधन."