आशीष द्विवेदी/हरदोई : यूपी के हरदोई में वृद्धा पेंशन को लेकर बड़ा खेल उजागर हुआ है. यहां अफसरों की मिलीभगत से 13 हजार से अधिक मुर्दों को वृद्धा पेंशन की राशि दी जा रही थी. गड़बड़ी का खुलासा होने पर समाज कल्‍याण विभाग की ओर से इनके पेंशन पर रोक लगा दी गई है. 


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डीएम के निर्देश पर हो रहा सत्‍यापान 
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग के निर्देश पर हरदोई जिले में वृद्धा पेंशन को लेकर सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के दौरान पेंशन धारकों का आधार प्रमाणीकरण कराया जाता है. सरकार के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने समाज कल्याण विभाग को सभी वृद्धा पेंशन धारकों का सत्यापन करने का निर्देश दिया था. 


97 हजार से अधिक पात्र पाए गए  
समाज कल्याण अधिकारी राजमती के मुताबिक जिले में 1,42,495 वृद्धा पेंशन धारक हैं. इनमें से अभी तक 97398 पूरी तरह से पात्र पाए गए हैं. वहीं, 45470 पेंशन धारक सत्यापन के दौरान अपने पते पर उपलब्ध नहीं मिले, न ही उनके आधार कार्ड का प्रमाणीकरण हो पाया. समाज कल्याण अधिकारी के मुताबिक, इनमें से 13803 पेंशन धारकों के मृत होने की भी जानकारी मिली है. 


45470 लाभार्थियों के पेंशन पर लगी रोक 
समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि 45470 पेंशन धारकों की पेंशन रोक दी गई है. सभी से आधार का प्रमाणीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, इनमें जो 13803 मृत पेंशन धारक मिले हैं उनके बारे में विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि उनमें से कितने लोगों की मृत्यु कब-कब हुई और उन्हें मृत रहते हुए कितने दिन वृद्धा पेंशन का लाभ मिला. 


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खाते से वापस लाई जाएगी पेंशन की राशि 
समाज कल्याण अधिकारी के मुताबिक, ऐसा होने पर मृत पेंशनधारकों के खाते से पेंशन को वापस लाया जाएगा. समाज कल्याण विभाग को जनपद में 10 पेंशन धारक ऐसे भी मिले हैं जो अपात्र होने के बावजूद भी विभाग से पेंशन पा रहे थे. ऐसे में समाज कल्याण विभाग सभी अपात्र 10 पेंशन धारकों से रिकवरी की तैयारी में जुटा है. समाज कल्याण अधिकारी राजमती के मुताबिक, अपात्र पेंशन धारकों से रिकवरी कराई जाएगी और धनराशि वापस न करने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. 


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