बच्चे पैदा करने के अल्लाह कनेक्शन से लेकर बच्चियों की जवानी को बुर्के में ढकने तक, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बेतुके बयान
Controversial Statement of Shafiqur Rehman Barq: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क आए दिन कोई ऐसी बात कह देते हैं कि सुर्खियां बन जाती हैं. अपने बेतुके और विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले बर्क एक बार फिर कुछ भड़काऊ बोल गए हैं. प्रदेश में जनसंख्या कंट्रोल करने की बात पर आज उन्होंने यह कह दिया कि औलाद पैदा करने का इंसान से कोई ताल्लुक नहीं है, बच्चे पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से होता है! अल्लाह जब बच्चा पैदा करता है तो उसके खाने-पीने का इंतजाम करके दुनिया में भेजता है. जाहिर है कि यह पहली बार नहीं हुआ है, जब बर्क ने कुछ ऐसा बोला हो... आइए जानें उनके और बेतुके बयान-
बच्चियां जवान होने लगें तो हिजाब जरूरी हो जाता है
अप्रैल 2022 में हिजाब विवाद के बीच बर्क का बयान आया था, जो तुरंत ही चर्चा का विषय बन गया. उन्होंने कहा था, 'बच्चियां जवान होने लगें तो उन्हें कंट्रोल में रखने के लिए हिजाब बेहद जरूरी है. इससे हालात भी संभले रहेंगे.' उन्होंने कहा था कि बच्चियां हिजाब पहनेंगी तो दूसरे लोग उन पर बुरी नजर नहीं डाल पाएंगे.
मस्जिद में चढ़ा जल तो हजारों का बहेगा खून
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने जहांगीरपुरी हिंसा के दौरान एक और भड़काऊ बयान दिया था. उन्होंने जामा मस्जिद पर जल चढ़ाने वाली बात पर धमकी देते हुए कहा था, 'अगर किसी ने मस्जिद में जल चढ़ाने की कोशिश की तो हजारों लोगों का खून बहेगा.'
ज्ञानवापी को सील किया तो कई जानें कुर्बान जाएंगी
ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग है या फव्वारा वाली बात पर बर्क ने कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद को कोई सील नहीं कर सकता, मस्जिद पर कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर ज्ञानवापी को सील किया जाएगा तो कई जानें कुर्बान जाएंगी.
मजबूरन पत्थरबाजी करनी पड़ती है
हाल ही में जुमे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में हुई पत्थरबाजी को लेकर बर्क ने एक और विवादित बयान दिया था. उनका कहना था कि मजबूरन पत्थरबाजी करनी पड़ती है! बर्क का कहना था कि इस पथराव और हिंसा के लिए अकेले मुसलमान जिम्मेदार नहीं है.
गाय राष्ट्रीय मुद्दा नहीं
साल 2021 में सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने गौ सरंक्षण के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने की हाई कोर्ट की टिप्पणी पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि गाय का मसला कुछ लोगों का है, ये कोई राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है. गाय की कुर्बानी पर पाबंदी लगाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. कुर्बानी के लिए और भी जानवर हैं.