नीना जैन/सहारनपुर: आपको खोसला का घोसला फिल्म याद होगी जिसमें खाली पड़ी जमीन के फर्जी कागज बनाकर बेच दिया जाता था. ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से भी सामने आया है. जहां एक पूरा गिरोह इस काम को अंजाम दिया करता था. सहारनपुर पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है. फर्जी तरीके से जमीन का बैनामा करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.


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ऐसे करते थे काम
जानकारी के मुताबिक यह लोग पहले किसी खाली पड़ी जमीन को चिन्हित करते थे. इसके बाद जमीन के मालिक की जानकारी निकाल कर फर्जी दस्तावेज बनाते थे. फिर उन दस्तावेजों के आधार पर एक अन्य व्यक्ति से इकरारनामा करा लेते थे. जमीन का इकरारनामा करके लोगों से पैसों की ठगी करके यह लोग फरार हो जाते थे. पुलिस गिरोह की सहायता करने वाले अन्य व्यक्तियों की भी तलाश कर रही है.  


पुलिस ने दी जानकारी
इस पूरे मामले पर सहारनपुर के एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने जानकारी दी. उन्होंने बताया की वादी प्रदीप कुमार की लगभग 34 बीघा जमीन के फर्जी तरीके से इकरारनामा किए जाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है गिरोह ने 20-25 लाख रुपये में जमीन का सौदा किया था. जब वादी को अपने साथ धोखाधड़ी होने का पता चला तो उसके पुलिस में शिकायत की. प्रर्थनापत्र के आधार पर कोतवाली देहात पुलिस ने तीनो को गिरफ्तार किया है. तीनों अभियुक्तों की न्यायालय में पेशी की गई है. इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, पासबुक और मोटर साइकिल भी बरामद हुई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने 2018 में भी ऐसे ही एक जमीन के मामले में धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.