मो.गुफरान/प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्विद्यालय में चार गुना फीस बढ़ाए जाने के खिलाफ छात्रों का आक्रोश खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले पंद्रह दिनों से छात्र फीस वृद्धि के खिलाफ अलग अलग तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. वहीं पांच छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ मांगे पूरी नहीं होने भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगाया है. छात्रों ने फीस वृद्धि के विरोध में कुलपति संगीता श्रीवास्तव का पुतला भी फूंका. इस दौरान छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प भी हुई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आंदोलनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय और प्रयागराज विकास प्राधिकरण पर लगाए ये आरोप 
आंदोलनकारी छात्रों ने कहा है कि विश्विद्यालय प्रशासन के इशारे पर जिला प्रशासन उनके घर वालों का उत्पीड़न कर रहा है. आंदोलनरत छात्रों के घर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम पहुंचकर घर गिराए जाने की धमकी दे रहा है. फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन करने वाले छात्रों के वालों का पुलिस टीम उत्पीड़न कर रही है. आंदोलन से वापस लेने की धमकी पुलिस के द्वारा दी जा रही है. आंदोलन कारी छात्रों का कहना है फीस वृद्धि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को वापस लेना होगा. फीस वृद्धि वापस लेने के बाद ही यह आंदोलन खत्म होगा.


इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने चार गुना फीस बढ़ाए जाने का किया है फैसला 
बता दें की पिछले दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में चार गुना फीस बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है. जिसमे सभी कोर्सेज में प्रवेश लेने वाले छात्रों को इसी साल से बढ़ी हुई फीस देनी होगी. इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अचानक चार गुना फीस बढ़ाए जाने को लेकर छात्र आंदोलन पर उतर आए हैं. सोमवार और मंगलवार को फीस वृद्धि के खिलाफ कई छात्रों ने आत्मदाह का भी प्रयास किया है. हालांकि छात्रों के इस आंदोलन को लेकर विश्विद्यालय प्रशासन पर कोई फर्क नहीं है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन का साफ कहना है कि फीस वृद्धि वापस नहीं होगी. छात्रों और विश्विद्यालय के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.