Prayagraj: ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाला दबोचा,रुपयों को क्रिप्टोकरंसी में बदलकर भेजता था दुबई
कुम्भ नगरी प्रयागराज से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है.
मोहम्मद गुफ़रान/ प्रयागराज: कुम्भ नगरी प्रयागराज से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है. दुबई से संचालित ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार युवक अवैध तरीके से संचालित ऑनलाइन गेमिंग के जरिए की जा रही ठगी के रुपयों को क्रिप्टोकरंसी में बदलकर दुबई में बैठे अपने आका जय के पास पहुंचा रहा था. पुलिस ने फिलहाल क्रिप्टोकरंसी के जरिए मनी लांड्रिंग के अवैध खेल में शामिल कृष्ण अवतार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
10 दिनों में करोड़ो रुपय भेज चुका है दुबई
पुलिस को शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला है कि आरोपी ने पिछले 10 दिनों के भीतर अवैध तरीके से ऑनलाइन गेमिंग के जरिए तीन करोड़ 74 लाख से अधिक रुपए क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर दुबई में बैठे अपने आका जय द्वारा बताए गए वालेट एड्रेस पर ट्रांसफर किए है. पुलिस फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी में है. माना जा रहा है कि रिमांड पर पूछताछ में आरोपी से ऑनलाइन गेमिंग के अवैध खेल में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी खुलासा हो सकता है.
यह है मामला
प्रयागराज के जार्ज टाउन थाने के साथ ही साइबर सेल को ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों की ठगी की शिकायत मिली थी. मामले में जॉर्ज टाउन थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था, मामले की जांच पड़ताल के बाद प्रयागराज के मेजा के रहने वाले शातिर कृष्ण अवतार सिंह को गिरफ्तार किया गया. पुलिस गिरफ्त में आए कृष्ण अवतार सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर उसकी मुलाकात दुबई में रहने वाले जय नाम के शख्स से हुई थी. जय ने ही उसे ऑनलाइन गेम के इस अवैध खेल की ट्रेनिंग दी और उसी के बताए अनुसार वह जाली दस्तावेजों के जरिए क्रिप्टोकरंसी के इस खेल में शामिल हो गया. पुलिस गिरफ्त में आए कृष्ण अवतार सिंह ने प्रयागराज ही नहीं बल्कि यूपी के कई इलाकों के रहने वाले लोगों के बैंक खातों के करंट अकाउंट व ऑनलाइन यूजर आईडी, पासवर्ड दुबई में बैठे जय को भेजे थे. जय द्वारा ऑनलाइन गेमिंग का पैसा बता कर उन खातों में करोड़ों की रकम भेजी गई. जिसके लिए कृष्णा अवतार सिंह को एक निश्चित कमीशन भी दिया जा रहा था.
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ईडी को भी किया जा सकता है मुकदमा ट्रांसफर
गिरफ्तार कृष्णा अवतार सिंह खुद को मिलने वाली कमीशन की रकम में से एक हिस्सा उन खाताधारकों को भी भेज देता था, जिनके हाथों में अवैध रकम आती थी. बची हुई रकम को बाइनेंस ऐप के जरिए क्रिप्टो करेंसी में बदलकर जय द्वारा बताए गए वॉलेट एड्रेस पर कृष्ण अवतार सिंह द्वारा ट्रांसफर कर दिया जाता था. पुलिस की जांच पड़ताल में यह भी पता चला है कि कृष्णा अवतार सिंह ने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपने आधार कार्ड से लेकर दूसरे दस्तावेजों में भी छेड़छाड़ की है. फिलहाल पुलिस टीम अब उसे कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी में है, कस्टडी रिमांड के बाद पुलिस टीम अभियुक्त से यह जानने का प्रयास करेगी कि जो व्यक्ति खुद को जय बता रहा है, वह असल में कहां का रहने वाला है. साथ ही मामले की विवेचना के लिए ईडी को भी मुकदमा ट्रांसफर किया जा सकता है. ताकि मनी लांड्रिंग के खेल में शामिल सभी पहलुओं की बारीकी से जांच पड़ताल के बाद आरोपियों पर शिकंजा कसा जा सके.
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