प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया का लगा पोस्टर, सरकारी जमीन पर कब्जा समेत लगाए ये आरोप
Prayagraj News: पोस्टर में माफिया अतीक अहमद को मुख्य सरगना बताते हुए हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया और उसके एक अन्य को अतीक का गुर्गा बताया गया है.
प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया का पोस्टर लगाया गया है. पोस्टर में माफिया अतीक अहमद को मुख्य सरगना बताते हुए हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया और उसके एक अन्य को अतीक का गुर्गा बताया गया है. पोस्टर लगाने वाले युवक ने खुद को समाजसेवी बताते हुए हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया और नूर मोहम्मद को भूमाफिया बताया है. जिसमें करछना तहसील के अधिकारियों पर हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया और उसके लोगों से मिलीभगत कर सरकारी जमीनों पर कब्जा समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं.
पोस्टर लगाने वाले सिद्धांत यादव ने कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए उसने यह पोस्टर लगाया है और योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि जिस तरीके से दूसरे जगहों पर कार्रवाई की जा रही है. उसी तरीके से इन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. हालांकि पोस्टर को लगाने के तुरंत बाद ही पुलिस ने हटा दिया, लेकिन शहर सुभाष चौराहे पर लगाए गए पोस्टर ने भू माफियाओं के खिलाफ की जा रही तमाम कार्रवाई को लेकर सवाल भी खड़े कर दिए हैं.
पोस्टर में क्या लिखा?
अनुरोध के साथ प्रयागराज में अतीक अहमद के निन्मन करीबियों के बढ़ते हुए आतंक के प्रति कार्रवाई कब, योगी राज में नहीं तो फिर किसी के राज में नहीं. प्रयागराज में भू-माफिया अतीक अहमद के करीबियों की झलक की दास्तान
मुख्य अतीक अहमद, करीबी जावेद खान (पप्पू गजिया) और नूर मोहम्मद
1. लगातार प्रशासन की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं.
2. राजस्व के अधिकारियों को मिलाकर भू-माफिया आराम से सरकारी जमीनें बेच रहे हैं.
3. प्रयागराज करछना तहसील भू-माफियाओं के जेब में है और भूमाफिया अपने मन मर्जी का काम कराते हैं.
4.पुश्तैनी खतौनी के दस्तावेजों को बदलकर मोटी रकम लेकर अपने चहते भूमाफिया के नाम पर चढ़ा देते हैं.
5. प्रयागराज नैनी क्षेत्र में सरकारी जमीनों की जांच पुराने दस्तावेजों के आधार पर कराई जाए तो गलत कारनामों की कलई खुल जाएगी.
6. पुरानी नाजरी नक्शों के आधार पर नैनी के नालों का भी चिन्हिकरण कराया जाए.
7. भूमाफिया फर्जी तरीके से जमीन को बेचकर किनारा लेते हैं.
8. भूमाफिया अपने-अपने पाले हुए करीबियों के नाम पर जमीनों की लिखा-पढ़ी कराते हैं.