मो.गुफरान/प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज पुलिस ने नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. सरगना समेत 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 18 पाउच प्लेटलेट्स और कई नकली रैपर्स बरामद किया है. इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 1 लाख रुपये नकदी, तीन बाइक और 13 मोबाइल फोन भी पुलिस टीम ने बरामद किया है.


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गिरफ्तार अभियुक्त ब्लड बैंक के आसपास रहते थे. जरूरतमंद लोगों को झांसे में लेकर उनसे 5 से 8 हजार रुपये में प्लेटलेट्स देने की बात कहकर उन्हें नक़ली प्लेटलेट्स उपलब्ध कराया करते थे. जिसमें धूमनगंज के ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती एक डेंगू मरीज की मौत के बाद प्रशासनिक महकमे ने जांच पड़ताल शुरू की. 


इसी आधार पर 10 अभियुक्तों को आज गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में सरफराज नाम के एक निजी लैब संचालक की भूमिका सरगना के तौर पर सामने आई है. यह गिरोह डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच ही नकली प्लेटलेट्स तैयार कर मरीजों के तीमारदारों को उपलब्ध कराने के एवज में हजारों की वसूली कर रहा था.


एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस टीम गिरफ्तार अभियुक्तों से अभी भी पूछताछ में जुटी हुई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. एनएसए के साथ ही गैंगस्टर के तहत भी मामले दर्ज करके सख्त संदेश दिया जाएगा.


वहीं, डेंगू मरीज प्रदीप पांडेय की मौत मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में धूमनगंज के ग्लोबल हॉस्पिटल के प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है, आगे साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.