अब्दुल सत्तार/झांसी: राधा-कृष्ण की अनूठी तस्वीर उकेरी है, जिसे ध्यान से देखने पर कोई भी शख्स हैरत में पड़ सकता है. प्रीति अग्रवाल नाम की महिला ने राधा-कृष्ण की इस तस्वीर को बनाने में लकीरों का उपयोग न कर राधा शब्द का उपयोग किया किया है. अनुमान है कि राधा-कृष्ण की इस तस्वीर को तैयार करने में लगभग डेढ़ लाख बार राधा शब्द लिखा गया है. प्रीति की इच्छा है कि यह तस्वीर मथुरा-वृन्दावन में बन रहे कॉरिडोर में लगाई जाए.


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झांसी के कैलाश रेजीडेंसी में रहने वाली प्रीति अग्रवाल मथुरा-वृन्दावन जाती रहती हैं. उनका कहना है कि वहां से लौट के आने के बाद मन में इच्छा हुई कि राधा-राधा लिखकर इस तरह की तस्वीर तैयार की जाए. शब्दों का लेखन कर इस तस्वीर को बनाने के लिए दो-तीन तरह के साधारण पेन का इस्तेमाल उन्होंने किया है. 


प्रीति के मुताबिक घर का काम ख़त्म करने के बाद हर रोज दो-तीन घंटे का समय निकालकर लगभग एक महीने में इसे तैयार किया है. इस तस्वीर को तैयार करने में लगभग डेढ़ लाख शब्द लिखे गए हैं. इसे गिनना मुश्किल है. इससे पहले चावल के दानों पर सुंदर काण्ड लिखने पर इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज हुआ था. 


पिछले साल प्रीति अग्रवाल ने चावल के 7,675 दानों पर सुंदर कांड का लेखन कर रिकॉर्ड बनाया था. उनका यह काम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ था. चावल के दानों पर सुंदर कांड लिखने वाली प्रीति को इस काम में लगभग दो महीने का समय लगा था. यही नहीं वह चावल के दानों पर गायत्री मंत्री, हनुमान चालीसा आदि लिख चुकी हैं. प्रीति अग्रवाल के मुताबिक वह पहले सावन के महीने में शिव जी को चढ़ाए जाने वाले बेल पत्र पर ॐ नमः शिवाय लिखा करती थीं. बेलपत्री पर लिखने के बाद उनके दिमाग मे आइडिया आया कि क्यों न भगवान को चढ़ाए जाने बाले चावल पर भी ॐ नमः शिवाय लिखा जाए.


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