सत्यप्रकाश/अयोध्या: अयोध्या में मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान है, जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार कार्तिक मेले में परिक्रमा में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं की भीड़ है, जिसको देखते हुए स्नान घाटों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. लिहाजा सोमवार से ही स्नान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हालांकि मंगलवार को ही वर्ष का आखरी चंद्र ग्रहण लग रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन का मानना है कि देर रात से ही श्रद्धालु स्न्नान शुरू कर देंगे जो मंगलवार सुबह 8:00 बजे तक अनवरत चलता रहेगा, क्योंकि मंगलवार सुबह 8:10 पर चंद्र ग्रहण का सूतक लग जाएगा. इसलिए ग्रहण काल के पहले ही लोग बड़ी संख्या में स्न्नान करेंगे. इसके अलावा शाम को 5:10 पर ग्रहण लगेगा और 6:19 पर ग्रहण समाप्त होगा ग्रहण काल के बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सरयु में स्नान करेंगे. इसलिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं.


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ग्रहण काल में लगने वाला सूतक कल सुबह 8:10 पर लगेगा राम नगरी के सभी मठ मंदिर सुबह 8:00 बजे तक बंद हो जाएंगे. जिला प्रशासन ने मठ मंदिरों के प्रशासन से बात करके निवेदन किया है कि पूर्णिमा स्नान को देखते हुए कल सुबह भोर से ही मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएं जिससे श्रद्धालुओं को पूर्णिमा स्नान कर दर्शन पूजन करने की सुविधा मिल सके स्नान घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में एसडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती की गई है इसके अलावा पीएसी की फ्लड कंपनी भी तैनात की गई है.


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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा का मेला अयोध्या के महत्वपूर्ण मेलो में से एक है. कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालु सरयू में स्नान करने के लिए अयोध्या पहुंचते हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मंगलवार चंद्रग्रहण भी है और चंद्र ग्रहण के बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सरयू में स्नान करने आते हैं. इसलिए श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए सरयू के घाटों पर जल पुलिस एसडीआरएफ पीएसी की फ्लड कंपनी लगाई गई है. इसके अलावा बड़ी संख्या में सिविल पुलिस की तैनाती की गई है और वॉलिंटियर्स भी लगाए गए हैं. 


श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक में भी बदलाव किए गए हैं. पार्किग की सुविधाएं दी गई हैं जिससे श्रद्धालु आसानी से दर्शन पूजन कर सकें. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की तैनाती की गई है. मंदिरों पर भी पुलिस की तैनाती की गई है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोगों की सुविधाओं के लिए मंगलवार ग्रहण काल में मंदिर के बंद रहने की सूचना मीडिया के जरिए और सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. मंदिरों के पट खुलने का भी समय लोगों को बताया जा रहा है, जिससे कि श्रद्धालु ग्रहण काल के बाद स्नान कर मंदिरों में आसानी से दर्शन पूजन कर सकें.