President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव में यूपी की है अहम भूमिका, NDA उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के लिए क्यों है जरूरी? समझिए वोटों का गणित
President Election 2022: एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू की ओर से आज यानी 24 जून को नामांकन दाखिल किया. वहीं, यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने उम्मीदवार बनाया है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उत्तरप्रदेश में भी सियासी हलचल तेज हो गई है. 403 विधानसभा सीटों और 80 लोकसभा सीटों वाला सूबा चुनाव में अहम भूमिका निभाता है.
President Election 2022: देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने एनडीए की ओर से आज यानी 24 जून को नामांकन दाखिल किया. वहीं, यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने उम्मीदवार बनाया है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उत्तरप्रदेश में भी सियासी हलचल तेज हो गई है. 403 विधानसभा सीटों और 80 लोकसभा सीटों वाला सूबा चुनाव में अहम भूमिका निभाता है.
क्या है राष्ट्रपति चुनाव में यूपी का सियासी गणित
राष्ट्रपति चुनाव में यूपी के सांसद और विधायकों के मत की अहम भूमिका है. देश भर में लोकसभा और विधानसभा सदस्यों के कुल वोट 10,86,431 हैं. इसमें से 14.86 प्रतिशत वोट यूपी के पास हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के 273 विधायकों और 64 सांसदों के मतों के बूते द्रोपदी मुर्मू को यूपी से 1,19,083 मत मिलेंगे. यहां के एक विधायक का मूल्य 208 वोट है. इस हिसाब से 403 में से भाजपा गठबंधन के 273 विधायकों का मत मूल्य 56,784 है जबकि सपा गठबंधन के 125 विधायकों का मत मूल्य 26,000 है.
वहीं, 80 लोकसभा सदस्यों के मतों का मूल्य 56,000 और 31 राज्यसभा सांसदों का मत का मूल्य 21,700 है. इसमें से भाजपा गठबंधन के 64 लोकसभा सदस्य होने के कारण उनका मत मूल्य 44,800 है. भाजपा के 25 राज्यसभा सांसदों का मत मूल्य 17,500 है. इस प्रकार द्रोपदी मुर्मू को यूपी से 1,19,084 मत मिलेंगे. राजग के पास अभी कुल 5,26,420 मत हैं, राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए मुर्मू को 5,39,420 मतों की आवश्यकता होगी.
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सपा ने किया है विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन
बता दें, समाजवादी पार्टी ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया है. विपक्ष उम्मीदवार की दावेदारी मजबूत करने के लिए सपा प्रमुख ने शुक्रवार को सपा और सहयोगी दलों के विधायकों और सांसदों की एक बैठक बुलाई. जिससे विपक्ष के उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग कराई जा सके. साथ ही चुनाव मे क्रॉस वोटिंग न हो इसके लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं. वहीं, बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं, देखना होगा कि वह एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन करती हैं या विपक्ष के यशवंत सिन्हा का.
राष्ट्रपति पद के लिए कब होंगे चुनाव?
बता दें, राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान हो चुका है. जबकि राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन प्रक्रिया 15 जून से 29 जून तक चलेगी. जबकि 18 जुलाई को चुनाव होगा. 21 जुलाई को देश को नया राष्टपति मिल जाएगा.
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