Barabanki: एक्शन में PWD मंत्री, निर्माणाधीन सड़कों का देखा काम, बोले- गड़बड़ी मिलने पर करूंगा कार्रवाई
सड़कों के गड्ढे भरने को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए और इसीलिए वो खुद इसे जांचने के लिए पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरीके से अलग-अलग शहरों में सड़कों की जांच के लिए टीम भेजी जाएगी.
नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: योगी आदित्यनाथ सरकार ने सड़कों के गड्ढे मुक्ति के लिए अभियान चला रखा है. 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं, ऐसे में जिन सड़कों की मरम्मत की जा रही है, उनकी गुणवत्ता कैसी है, इसे जांचने के लिए शनिवार खुद को पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद बाराबंकी पहुंचे. उन्होंने यहां लोक निर्माण विभाग खंड और सेतु निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की.
इस दौरान उन्होंने मौके पर जाकर खुद निर्माणाधीन सड़कों का काम देखा और गुणवत्ता से कोई भी समझौता न करने के सख्त निर्देश दिए. उन्होंने सभी कामों को समय सीमा के रहते पूरा कराने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने विपक्ष के उस आरोप का भी जवाब दिया, जिसमें कहा गया था कि वह ऐसी कमरे में बैठकर सड़कें दुरुस्त करवाने का काम कर रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं बल्कि विपक्ष एसी कमरे में बैठा है. वह विभाग के सभी कामों को देखेंगे और जहां गड़बड़ी होगी कार्रवाई करेंगे.
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी पर काम कर रही है. भारी बारिश के कारण सड़कों को भारी नुकसान हुआ है. सड़कों के गड्ढे भरने को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए और इसीलिए वो खुद इसे जांचने के लिए पहुंचे हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस तरीके से अलग-अलग शहरों में सड़कों की जांच के लिए टीम भेजी जाएगी और जहां पर जो दोषी पाया जाएगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
साथ ही जितिन प्रसाद ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम पूरा कराया जाएगा. उन्होंने उन्होंने कहा कि अगर कहीं गुणवत्ता में कोई कमी आई या सही समय सीमा में काम नहीं हुआ, तो अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. जितिन प्रसाद ने कहा कि मैं खुद अलग-अलग जिलों का भ्रमण करूंगा साथ ही मेरे विभाग के अधिकारी भी लगातार निरीक्षण करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि 5 नवंबर से 10 नवंबर तक मुख्यालय से मेरे विभाग के अधिकारियों की अलग-अलग टीम औचक निरीक्षण पर हर जिले में पहुंचेगी. यह टीम निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता जांचेगी और रोजाना रिपोर्ट हेड क्वार्टर तक पहुंचाएगी.