Rahu in Kndali: अगर कुंडली में राहु की हो ऐसी स्थिति तो मिलेगा अच्छा परिणाम, ऐसे पहचानें शुभ-अशुभ, जानें क्यों कहलाता है क्रूर ग्रह
Rahu in Kndali: राहु का नाम आते ही लोग काफी डर जाते हैं क्योंकि उन्हे लगने लगता है कि राहु उनके जीवन को उलट-पुलट कर देंगे... ज्योतिष में राहु-केतु को एक पापी ग्रह माना गया है. राहु के प्रभाव के कारण ही सूर्य और चंद्रमा का ग्रहण भी देखने को मिलता है...राहु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को हर एक काम में असफलताएं मिलने लगती हैं. लेकिन राहु हर समय अशुभ प्रभाव दे ऐसा नहीं होता है.
Rahu Ke Sanket And Upay: ज्योतिष और पंचाग शास्त्र में राहु और केतु का विशेष महत्व माना गया है. अशुभ फल देने के कारण इन ग्रहों को मायावी और छाया ग्रह माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर किसी की कुंडली में केतु के अलावा राहु से संबंधित दोष होता है, तो उसे शारीरिक, मानसिक और धन से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में इन दुष्प्रभावों को कम करने के कई खास उपाय बताए गए हैं. ऐसा नहीं है कि राहु हमेशा दुष्परिणाम ही देता है.ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि अगर कुंडली में राहु शुभ स्थिति हो तो यह व्यक्ति राजा जैसा सुख प्रदान करते हैं.
राहु शुभ स्थिति में हो तो हो जाती है जातकों की बल्ले-बल्ले
राहु का नाम सुनते ही अच्छे-अच्छे के पसीने छूट जाते हं. राहु के बुरे प्रभाव से लोगों का जीवन बहुत ही कष्टकारी हो जाता है. लेकिन राहु हमेशा अशुभ प्रभाव दे ऐसा नहीं है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में राहु अगर शुभ स्थिति हो तो ये लोगों को खूब सुखी रखता है. अगर कुंडली में राहू शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति का जीवन बहुत अच्छा हो जाता है. राहु के उच्च होने पर व्यक्ति को बहुत से अच्छे प्रभाव जीवन में देखने को मिलता है. राहु जब भी किसी जातक की कुंडली में अपने मित्र ग्रहों के साथ होता है तो वो और ज्यादा बलशाली हो जाते हैं और जातक को शुभ फल प्रदान करते हैं.
अगर अशुभ स्थिति में हो राहु
वहीं अगर किसी जातक की कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में हो तो ये राजा को भी भिखारी बना देते हैं. जातक की कुंडली में राहु की कमजोर स्थिति से व्यक्ति को आर्थिक हानि, सामाजिक हानि होने के साथ बहुत सारी परेशानियां घेर लेती हैं.कई तरह के रोग होने लगते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में राहु दोष पैदा होने पर काल सर्प दोष समेत कई तरह के दोष आ जाते हैं. राहु अशुभ भाव में हो तो इस दोष की शांति के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं.
राहु दोष को दूर करने के उपाय
जिन लोगों की कुंडली में राहु अशुभ स्थान पर होते हैं उन्हें तामसिक भोजन करने से दूर रहना चाहिए. अर्थात ऐसे लोगों सात्विक भोजन करना चाहिए. राहु से पीड़ित लोगों को नीले रंग के वस्त्र पहनने. राहु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति के लिए हर दिन मां दुर्गा और भैरव की की पूजा-आराधना करने से लाभ मिलता है. कुंडली से छाया ग्रह राहु की स्थिति को ठीक करने के लिए सोमवार और शनिवार के दिन शिवलिंग में जलाभिषेक के साथ काले तिल अर्पित करें. रोज सुबह स्नान आदि करने के साथ ऊँ रां राहवे नम:मंत्र का जाप करना चाहिए. राहु दोष को कम करने के लिए रोजाना नहाने के पानी में कुश डालें. बुधवार से सात दिनों तक काले कुत्ते को रोटी खिलाएं, इससे राहु दोष काफी कम हो सकता है. जिन लोगों का राहु पीड़ित हो उन लोगों को गोमेद रत्न धारण करना चाहिए. इस रत्न को धारण करने से जातकों को राहु दोष से मुक्ति मिलती है और बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं.
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