लखनऊ : मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद आलाकमान ने देर से ही सही युवा नेताओं पर भरोसा जताया है. 16 दिसंबर को मध्यप्रदेश में जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है. वहीं उमंग सिघार को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस तरह मध्यप्रदेश कांग्रेस की करारी हार के बाद कमलनाथ युग समाप्त हो गया है. 


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कौन हैं जीतू पटवारी
जीतू पटवारी की गिनती मध्यप्रदेश के दिग्गज नेताओं में होती है. हालांकि वह भी इस बार इंदौर की राऊ सीट से चुनाव हार गए थे. ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें शायद ही संगठन कोई बड़ा पद दे. लेकिन राहुल गांधी के करीबी नेताओं में शुमार जीतू पटवारी ने प्रदेश के दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बन गए हैं.


जीतू पटवारी की चुनौती
मध्यप्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी एक बड़ी चुनौती है. प्रदेश में कमलनाथ (Kamlnath) और दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के बीच सियासी अदावत किसी से छिपी नहीं है. इस गुटबाजी की वजह से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) जैसे कद्दावर नेता पार्टी छोड़ चुके हैं. ऐसे में अब जीतू पटवारी (Jeetu Patwari)के सामने एक तरफ कार्यकर्ताओं में जोश भरने की चुनौती होगी वहीं संगठन में सुरेश पचौरी, अरुण यादव (Arun Yadav),अजय सिंह राहुल, कांतिलाल भूरिया (Kanti Lal Bhuria) जैसे सीनियर नेताओं के बीच संतुलन साधना भी अहम होगा.


उमंग सिघार बने नेता प्रतिपक्ष
एक तरफ बीजेपी ने सीएम पद पर नये चेहरे की नियुक्ति कर सियासी पंडितों को हैरान कर दिया. वहीं कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष पद पर बाला बच्चन और अजय सिंह राहुल (Ajay Singh Rahul) जैसे सीनियर नेताओं की जगह उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया है. सिंघार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी माने जाते हैं. उन्हें इससे पहले गुजरात (Gujrat) का प्रभारी भी बनाया गया था. उमंग सिंघार (Umang Singhar) पूर्व नेता प्रतिपक्ष जमुना देवी (Jamuna Devi) के भतीजे हैं. पूर्व मंत्री सिंघार धार की गंधवानी सीट से विधायक हैं. वह चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं.


छत्तीसगढ़ में दीपक बैज और महंत को मौका
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार की करारी हार के बाद कांग्रेस ने चरणदास महंत को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है. वहीं दीपक बैज (Deepak baij) छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने रहेंगे.


राजस्थान में क्या सचिन पायलट को मिलेगा मौका
अब सबसे बड़ा सियासी सवाल यही है कि क्या राजस्थान में भी कांग्रेस नये चेहरे को मौका देगी. यहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर आलाकमान पर दबाव बनाते नजर आ रहे हैं.  हालांकि कांग्रेस ने सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया को प्रदेश युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर गहलोत खेमे को संदेश दे दिया है. यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास (BV SRINIVAS) ने अभिमन्यु पूनिया की नियुक्ति की है. बहरहाल, लोकसभा चुनाव को अब सिर्फ 6 महीने से भी कम समय बचा है. ऐसे में पार्टी को युवा और भरोसेमंद और जमीन से जुड़े नेताओं की जरुरत है.