गांव-कस्बों में रेलवे ट्रैक पर Train के सामने नहीं आ पाएंगीं गाय-भैंसे, इन शहरों से गुजरेगी 1000 किमी लंबी दीवार
Railway Bounday Wall : रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों के सामने मवेशी के आने से अक्सर रेल हादसे होते हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेन भी इससे अछूती नहीं रही.
Railway Track boundary walls : रेलवे ट्रैक पर गाय-भैंस या आवारा जानवरों के आने की परेशानी हाईटेक हो रही भारतीय रेलवे के साथ ही रेलयात्रियों के लिए भी बड़ी मुसीबत का कारण बनता है. रेल मंत्रालय (Railway Ministry) ने इस समस्या से निपटने के लिए 6 महीने में 1000 किलोमीटर लंबी दीवार बनाने का निर्णय किया है.ये दीवार दिल्ली, कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ जैसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाली दिल्ली-हावड़ा रूट पर बनाई जाएगी.
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने खुद ये जानकारी दी है. हालांकि ये कंकरीट, ईंट की या किसी अन्य पदार्थ से बनी दीवार होगी, इस पर रेल मंत्री ने तस्वीर साफ नहीं की ताकि जानवर या शरारती तत्व इसे गिरा न सकें. उन्होंने कहा कि डिजाइन फाइनल होते ही बाउंड्री वॉल का काम शुरू हो जाएगा. दीवार से आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलने के साथ आसपास के ग्रामीणों की सुरक्षा के लिहाज से भी फायदेमंद होगी.
रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित
अक्टूबर के पहले नौ दिनों में ही रेल पटरियों पर ट्रेन के नीचे मवेशियों के आने से 200 रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित हुआ है. इस साल अब तक 4 हजार ट्रेनों पर इस पर असर पड़ा है. मुंबई-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Mumbai Ahmedabad Vande Bharat Express) की नाक भी 1 अक्टूबर को ट्रेन को हरी झंडी दिखाए जाने के दिन ही आवारा जानवर के टकराने से टूट गई थी. पहले नौ दिनों में इस ट्रेन को ऐसे तीन रेल हादसों का सामना करना पड़ा.
आवारा पशुओं से रेल हादसों की बाढ़
वर्ष 2020-21 में ऐसी रेल दुर्घटना के कुल 26 हजार मामलों में अकेले 6500 उत्तर मध्य रेलवे में हुए हैं. नार्थ सेंट्रल रेलवे का का रेल ट्रैक कुल 3 हजार किमी का है, इसमें दिल्ली-मुंबई और दिल्ली हावड़ा रूट (Delhi Howrah Route) शामिल है. इस कॉरिडोर (corridor) में आगरा, झांसी, प्रयागराज जैसे रेलवे डिवीजन भी आते हैं. रेलवे जो दीवार बनाएगा, उसमें नार्थ सेंट्रल रेलवे और नार्दर्न रेलवे के सेक्शन भी आएंगे.
दिल्ली हावड़ा रूट पर भी नजर
झांसी डिवीजन का वीरांगना लक्ष्मीबाई-ग्वालियर सेक्शन, प्रयागराज डिवीजन का पंडित दीनदयाल उपाध्याय -प्रयागराज सेक्शन, मुरादाबाद डिवीजन के आलमनगर से शाहजहांपुर के बीच, लखनऊ डिवीजन में आलम नगर से लखनऊ के बीच दुर्घटना के जोखिम वाले क्षेत्र में रेल ट्रैक के समानांतर ये दीवार बनाए जाने के स्थान चिन्हित किए गए हैं.
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