Ayodhya Ram Mandir: रामलला मंदिर के गर्भगृह में इस दिन होंगे विराजमान, इतनी फीट होगी मंदिर की ऊंचाई
Ayodhya Ram Mandir:राम मंदिर के बगल में 25 हजार लोगों के लिए सुविधा केंद्र बनेगा. इसके साथ ही 50 एकड़ इलाके में छोटे-छोटे मंदिर होंगे.
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारियां तेज हो गई हैं. राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के मुताबिक 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के दिन राम मंदिर का उद्घाटन होगा. उद्घाटन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे. सूर्य उत्तरायण के दिन रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे. इसके साथ ही यहां उनका दर्शन और पूजन शुरू हो जाएगी. इससे पहले दिसंबर 2023 तक मुख्य मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) की ओर से मीडिया को मंदिर निर्माण के संबंध में जानकारी दी गई. मंदिर निर्माण कार्य को लेकर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि "मुख्य मंदिर 350X250 फीट का होगा. दिसंबर 2023 तक ग्राउंड फ्लोर का काम होगा.नक्कासी के लिए राजस्थान स्थित सिरोही जिले के पिंडवाड़ा कस्बे से तीन वर्क सॉप वालों कारिगर कर रहे हैं. जिन पत्थरों पर नक्कासी हो रही है वो अभी भी आ रहे हैं. कार्यशाला से भी पत्थर लाए जा रहे हैं.
मकर संक्रांति पर होगी प्राण प्रतिष्ठा
उन्होंने आगे बताया कि मंदिर के पहले तल का काम लगभग 50 फीसदी पूरा हो चुका है. मंदिर के पहले तल में कुल 160 पिलर होंगे. जबकि मंदिर के दूसरे तल में करीब 82 पिलर होंगे. राम मंदिर में कुल 12 दरवाजे होंगे. ये दरवाजे सागौन की लकड़ी के बनेंगे. दिसंबर 2023 तक इसका काम पूरा होने का अनुमान है. वहीं 2024 की मकर संक्रांति पर प्राण प्रतिष्ठा की उम्मीद है. मंदिर के परकोटे में 5 मंदिरों का निर्माण होगा.मंदिर में सरिया का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं हो रहा है.तांबे की पत्तियों से पत्थरों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. मंदिर पर भूकंप का असर नहीं होगा
राम मंदिर के बगल में 25 हजार लोगों के लिए सुविधा केंद्र बनेगा. इसके साथ ही 50 एकड़ इलाके में छोटे-छोटे मंदिर होंगे. त्रेता युग की तरह मंदिर को सजाया जाएगा. मंदिर में बने नक्काशीदार खंभों पर रामायण से जुड़े बृत्तांतो पर चित्र बनाए जाएंगे, जिस पर नर्तकी और सुंदरियों के चित्र भी होंगे. इसके साथ ही अयोध्या में राम कॉरिडोर बनेगा