Republic Day 2023: 26 जनवरी को ही क्यों लागू हुआ संविधान, जानिए Indian Constitution से जुड़ी रोचक बातें
Republic Day 2023: भारत में 26 जनवरी का खास महत्व है....इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था यानी देश में कानून के राज की शुरुआत हुई. भारत तो 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था, लेकिन 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद भारत को सही मायने में आजादी मिली....
Constitution Of India: हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और भारत एक लोकतांत्रिक व संवैधानिक राष्ट्र बन गया था. इस वर्ष देश 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. वर्ष 1947 में देश की आजादी के बाद संविधान निर्माण की तैयारी शुरू हो गई. इसके लिए भारतीय संविधान सभा का गठन हुआ और 26 जनवरी 1949 को संविधान को अपना लिया गया. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया.
26 जनवरी को लागू हुआ संविधान
24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर साइन किए गए. इसके दो दिन बाद यानी 26 जनवरी को देश भर में संविधान लागू हो गया.भारतीय संविधान की ये कॉपियां हिंदी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गई. ये Copies संसद भवन की लाइब्रेरी में सुरक्षित रखी हुई हैं.
जानिए कुछ रोचक तथ्य
1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारत का संविधान सुपूर्द किया गया. इस दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था.
1950-भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ और भारत का संविधान लागू हुआ.
स्वतंत्र भारत के पहले और अंतिम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने अपने पद से त्यागपत्र दिया. डा. राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने.
1929 के दिसंबर महीने में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ. इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की.
अधिवेशन में प्रस्ताव पास हुआ कि अगर अंग्रेजी हुकूमत 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमिनियन का पद नहीं देता तो भारत खुद को पूरी तरह से स्वतंत्र घोषित कर देगा.
26 जनवरी 1930 तक जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं दिया तब कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की ऐलान किया.
भारत ने 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया.
1947 में देश के आजाद होने तक 26 जनवरी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा.
इसके बाद देश आजाद हुआ और 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार किया गया.
हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 तक तैयार हो गया था.
26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ और इस दिन को तब से गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है.
भारत के आजाद होने के बाद संविधान सभा का गठन हुआ.
संविधान सभा ने अपना काम 9 दिसंबर 1946 से शुरू किया.
संविधान सभा ने संविधान निर्माण के समय कुल 114 दिन बैठक की. इसकी बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की आजादी थी.
26 जनवरी को ही क्यों लागू हुआ संविधान
1949 में 26 नवंबर को संविधान सभा ने संविधान को अपना लिया था. इसको लागू 26 जनवरी को किया गया. इसका कारण था कि 26 जनवरी 1930 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था. 20 साल बाद उसी दिन संविधान लागू कर दिया गया.
बता दें कि भारतीय संविधान हाथ से लिखा गया था, जो आज भी संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित है. इसे तैयार करने में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था.. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा हाथ से लिखा हुआ संविधान कहा जाता है.