धनंजय भदौरिया/एटा: गुजरात के रहने वाले दिनेश पटेल एटा कैसे पहुंचे ये उन्हें नहीं मालूम लेकिन कई महीनों से भिखारी बनकर शहर में घूम रहे थे. दिनभर भीख मांगते फिर रात में बस स्टैंड पर सो जाते. कोई उनसे बात करता तो उससे फर्राटेदार इंग्लिश में बात करने लगते. जब मीडियाकर्मियों की नजर इन पर पड़ी तो मानसिक रूप से बीमार दिनेश पटेल से परिवार के बारे में जानकारी लेनी चाही तो दिनेश अपने बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहा था.


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दिनेश पटेल को थाने लाकर पुलिस ने खंगली जानकारी
जानकारी होने पर कोतवाली नगर पुलिस पहुंच गयी और दिनेश पटेल को थाने ले आयी. जहां पुलिस ने दिनेश पटेल से बातकर और इंटरनेट पर जा कर जानकारी खंगाली तो गुजरात के जिला नवसारी के थाना चिखली से संपर्क हुआ. पता लगा कि थाने में 2 अप्रैल 2022 को दिनेश पटेल के लापता होने की प्राथमिकी दर्ज है. थाने से ही दिनेश के परिवारवालों के एड्रेस और फोन नंबर की जानकारी हुयी.


गुजरात के नवसारी जिले के रहने वाले हैं, 2 अप्रैल को हुए थे लापता
मानसिक रूप से बीमार दिनेश भाई पटेल गुजरात के जिला नवसारी व थाना चिखली के रानवेरी गांव के निवासी हैं, जो 2 अप्रैल को लापता हो गए थे जिसकी सूचना दिनेश के परिजनों ने थाने में दे दी थी. परिजनों ने फोन पर बताया था कि दिनेश पटेल बैंक में मैनेजर और जनरल मैनेजर के पद पर रह कर 2009 में रिटायर हो चुके हैं. गुजरात से दिनेश पटेल एटा कैसे पहुंचे यह न तो दिनेश बता पर रहे है और न ही उनके परिजनों को इस बारे में कोई जानकारी है.


मीडिया-पुलिस के सहयोग से दोबारा परिजनों से मिलेंगे
इस सम्बन्ध में अपार पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाह ने बताया कि पुलिस को 2 जुलाई को सूचना मिली कि एक व्यक्ति बस स्टैंड पर घूम रहा है, पुलिस ने पहुँच कर बातचीत की और काफ़ी प्रयास कर के उनका एड्रेस निकाला, जिसके बाद उनके परिजनों से संपर्क हुआ. एटा पुलिस के द्वारा दिनेश पटेल के परिवार वालों को जानकारी देने पर उनके परिवार वाले सुपुर्दगी लेने के लिए गुजरात से निकल चुके हैं.


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