लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, इसी कड़ी में अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सरकार ने राज्य के किलों के जीर्णोद्धार के लिए एक अनोखी योजना बनाई है. इसी के तहत बुधवार को यूपी विधानसभा में राजा महाराजाओं का दरबार लगा, जिसमें किलों को भव्य आयोजनों के लिए तैयार किए जाने पर विचार-विमर्श किया गया. बता दें कि अभी हाल ही में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था, जिसमें दुनिया भर से कई उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया था. जानकारी के मुताबिक इस दौरान सरकार ने कई बड़े एमआयू साइन किए थे और करीब 32 लाख करोड़ रुपये के निवेश की बात कही गई थी. 


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तिलक हॉल में हुई मीटिंग
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा के तिलक हॉल में बुधवार को मीटिंग हुई, जिसमें प्रदेश भर से शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले कई राजा-महाराजा शामिल हुए. बताया जा रहा है यूपी गवर्मेंट राज्य में स्थित किलों को शादी जैसे शाही आयोजनों पर विकसित करने पर विचार कर रही है. इसके लिए प्रदेश के संस्कृति विभाग ने एक बड़ी योजना बनाई है. योजना के तहत किलों को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाना है. इसके तहत इच्छुक निवेशक भी इस बैठक में शामिल हुए.


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राजस्थान की तर्ज पर विकसित होंगे किले
शाही किले राज्य में पर्यटकों की घूमने के लिए पहली पसंद होते हैं. भारी संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी भारत के महलों के देखना पसंद करते हैं और वहां घूमने जाते हैं. इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं. राजस्थान इसका बहुत अच्छा उदाहरण है, जहां होटल टूरिज्म देखने को मिलता है. यहां फिल्म जगत के सितारे, उद्योगपतियों आदि की शाही शादियां होती हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं. राजस्थान की तर्ज पर सरकार यूपी के किलों को भी विकसित करने पर विचार कर रही है. 


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