Rudraksh: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बेहद खास माना गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव के आंसुओं से रुद्राक्ष बना है, इसलिए सृष्टि में इससे सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है. शास्त्रों में इसकी महत्ता के बारे में बताया गया है. रुद्राक्ष धारण करने के भी नियम बताए गए हैं, जिन्हें अगर फॉलो न किया जाए तो आपका बुरा वक्त शुरू हो सकता है. कई ज्योतिषी कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखते हुए रुद्राक्ष धारण करने की सलाह देते हैं. 


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रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति आध्यात्मिक बनता है और यह आपके मन को भी शांत रखता है. इस वजह से शख्स सही दिशा में बढ़ता है और फैसला भी सही लेता है. ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से भक्तों पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है.  इसे धारण करने से पहले इसके नियमों के बारे में अच्छे से जान लेना बहुत जरूरी है.


मांसाहारी व्यक्ति न करें धारण
शास्त्रों में कहा गया है कि रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को मांस, ध्रूमपान, आदि से दूरी बना लेनी चाहिए.  अगर कोई जातक इनका सेवन करता भी है, तो उसे रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए.


इन स्थिति में भी नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
व्यक्ति को कभी भी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा पहना हुआ रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. ध्यान रहे अपना रुद्राक्ष किसी अन्य व्यक्ति को पहनने के लिए दें. 


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गंदे हाथों से न छुए रुदाक्ष
रुद्राक्ष को कभी भी गंदे और गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए.  इसके साथ ही शौच आदि क्रिया के दौरान रुद्राक्ष को पहले ही शरीर से अलग कर देना चाहिए, यहां तक कि कोशिश करने की लघुशंका के दौरान भी रुद्राक्ष की माला आपके गले में न हो.


सोने से पहले उतार दें रुद्राक्ष
शास्त्रों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति ने रुद्राक्ष धारण किया हुआ है, तो सोने से पहले उसे उतारकर ही सोना चाहिए. इसे उतार कर अपने तकिए के नीचे रख सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों को बुरे सपने आते हैं या फिर नींद आने में दिक्कत होती है उनके लिए भी ये काफी लाभकारी होता है.


प्रेग्नेंट स्त्री न पहनें रुद्राक्ष
हिंदू धर्म में अगर कोई स्त्री रुद्राक्ष धारण करती है, तो उसे बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल खत्म होने तक रुद्राक्ष को नहीं पहनना चाहिए.  इस दौरान उसे रुद्राक्ष उतार देना चाहिए.


ज्योतिषी से पूछकर ही धारण करें रुद्राक्ष
रुद्राक्ष की माला किसी ज्योतिषी से पूछकर ही धारण करना चाहिए.  क्योंकि प्रत्येक राशि और ग्रहों के अनुसार रुद्राक्ष की माला अलग-अलग होती है. जैसे मेष, धनु, मीन, लग्न के जातकों के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष बहुत उपयोगी माना जाता है. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक बगैर सिद्ध किए या असली रुद्राक्ष की जांच किए नहीं पहनना चाहिए.


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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.


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