सहारनपुर: देवबंद में रह रहे बाहरी लोगों के दस्तावेजों की नए सिरे से होगी जांच
सहारनपुर के एसपी देहात सूरज कुमार राय का कहना है कि एक महीने में देवबंद में तीन मामले सामने आए हैं, जिसमें केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अपनी जांच कर रही है. कुछ लोगों के पास फर्जी दस्तावेज मिले थे जिनकी मदद से वो लोग देवबंद में रह रहे थे.
नीना जैन/सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की पुलिस देवबंद में रहे बाहरी लोगों के दस्तावेजों की नए सिरे से जांच करेगी, जो छात्र विदेशों से और दूसरे राज्यों से आकर यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. देवबंद में कई संदिग्ध आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों को सुरक्षा एजेंसी गिरफ्तार कर चुकी है.हाल ही के दिनों में NIA व यूपी ATS ने सहारनपुर के देवबंद इलाके से कई संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया था, इनमें कुछ ऐसे थे जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए देवबंद में रहकर पढ़ाई कर रहे थे.NIA व यूपी ATS ने इनके पास से फर्जी आधार कार्ड व अन्य फर्जी कागजात बरामद किए थे.
इसके अलावा NIA ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े एक मामले में भी कार्रवाई की थी. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों व यूपी ATS द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद अब सहारनपुर पुलिस ने नए सिरे से देवबंद में ऐसे लोगों के दस्तावेजों को चेक करने निर्णय लिया है.
क्या कहना है पुलिस अधीक्षक का?
सहारनपुर के एसपी देहात सूरज कुमार राय का कहना है कि एक महीने में देवबंद में तीन मामले सामने आए हैं, जिसमें केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अपनी जांच कर रही है. कुछ लोगों के पास फर्जी दस्तावेज मिले थे जिनकी मदद से वो लोग देवबंद में रह रहे थे. समय समय पर देवबंद में मौजूद स्थानीय खुफिया तंत्र संदिग्धों के दस्तावेजों के सत्यापन करता रहा है, एक बार फिर से देवबंद में रहने वाले बाहरी लोगों के दस्तावेजों को नए सिरे से चेक करवाया जाएगा.
सहारनपुर में पकड़े जा चुके हैं संदिग्ध आतंकी
एक मई 2001 को सहारनपुर में ISI का एजेंट पकड़ा गया था
दस जनवरी 2009 को सहारनपुर से ISI एजेंट आमिर अहमद भूरा गिरफ्तार हुआ था
2016 में दिल्ली पुलिस देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के 12 संदिग्ध सदस्यों को ले गई थी
6 अगस्त 2017 : देवबंद से बांग्लादेशी आतंकी अब्दुल्लाह पकड़ा गया था
गौरतलब है कि NIA ने बीते बुधवार को देवबंद से एक संदिग्ध को उठाया था. संदिग्ध युवक म्यांमार का रहने वाला है. पिछले माह भी एटीएस ने एक बांग्लादेशी को देवबंद के ही एक मदरसे से गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में देवबंद जेल भेज दिया गया था.जांच ऐजेंसियों का मानना है कि देवबंद में बाहर के लोग आकर आसानी से फर्जी दस्तावेज तैयार करा लेते हैं. इसलिए सहारनपुर की पुलिस यहां पर रहे दूसरे राज्यों और विदेशी छात्रों के दस्तावेंजों की नए सिरे से जांच करने जा रही है.
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