सुनील सिंह/संभल: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार में शिक्षा मंत्री (Education Minister) गुलाब देवी ने सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि सरकारी महकमे के अफसर और कर्मचारी पूर्व की सरकारों में किए गए भ्रष्टाचार की मानसिकता से नहीं निकल पा रहे हैं. अब प्रदेश में योगी सरकार है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार का आरोपी अधिकारी कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे गिरफ्तार कर सीधा जेल भेजा जाएगा. किसी कीमत पर भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा.


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शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार, दुराचार और व्यभिचार पर अंकुश लगाना, योगी सरकार की प्राथमिकता है. शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने अपना ये बयान संभल जिले में राजस्व और पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद दिया.


जनता का उत्पीड़न करने वाले अफसरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई 
ज़ी मीडिया से बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि सरकारी अफसरों के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए योगी सरकार पहले ही जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी घोषित कर चुकी है. अभी भी सरकारी महकमों में ऐसे तमाम अफसर तैनात हैं, जो पूर्व की सरकारों में किए गए भ्रष्टाचार को अपनी मानसिकता से बाहर निकल नहीं पा रहे हैं.  मंत्री ने कहा कि सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार करने वाले और जनता का उत्पीड़न कर सरकार की छवि खराब करने वाले अफसरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.


संभल में आ चुके हैं भ्रष्टाचार के कई मामले 
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल में पिछले दिनों राजस्व और पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं. भ्रष्टाचार पीड़ितों ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की थी. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने पिछले 2 महीने में कई दरोगा और राजस्व विभाग में तैनात कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. बावजूद इसके सरकारी महकमों और थानों में चल रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.


नकल विहीन कराने के लिए सरकार की तैयारी पूरी
इस दौरान शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने यह भी बताया के बोर्ड की परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है. परीक्षा को पूरी तरह नकल विहीन संपन्न कराया जाएगा. वहीं, शिक्षा मंत्री ने दावा किया कि नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराए जाने के लिए इस तरह की तैयारी की गई है कि परीक्षा केंद्रों पर तैनात शिक्षक दबाव मुक्त होकर परीक्षा संपन्न करा सकें. वहीं, छात्र भी दबाव मुक्त होकर अपनी परीक्षा दे सकें.