meerut: सरधना में दूषित पानी पीने से इलाज के दौरान 2 की मौत, जानें इस दिन फैला था संक्रमण
पांच दिन पहले दूषित पानी से करीब 241 लोग बीमार पड़ गए थे. इसमें 200 से ज्यादा घर भेज दिए गए हैं. वहीं बाकी बचे लोगों का अभी उपचार चल रहा है.
मेरठ : मेरठ के सरधना स्थित मंडी चामरान मोहल्ले में बीते दिनों दूषित पानी पीने का मामला प्रकाश में आया था. दूषित पानी पीने से पहले से बीमार चल रही एक महिला की मौत हो गई. जबकि एक बीस साल का युवक की भी मौत हो गई. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि 65 साल की महिला और 20 साल के युवक की दूषित पानी पीने से मौत हुई है.
241 मरीज हुए थे बीमार
सीएमओ ने कहा कि सरधना स्थित मंडी चामरान मोहल्ले में सड़क मरम्मत के दौरान पानी की पाइफ फट गई थी. इसकी वजह से घरों तक दूषित पानी पहुंचा. लोगों द्वारा यह दूषित पानी पीने के बाद उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि 241 लोग दूषित पानी पीने से बीमार हुए थे. इनमें से 206 लोग का उपचार कर डिस्चार्ज कर दिया गया है. वहीं, 45 मरीजों का अभी उपचार चल रहा है.
डेडिकेटेड वार्ड बनाए गए
सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में इलाके में कॉलरा की बात सामने आई है. सीएमओ ने बताया कि 7 बच्चों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार इलाके में कैंप कर रही है. वहीं जिलाधिकारी दीपक मीणा भी लगातार स्थिति पर निगाह जमाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में साफ पानी की व्यवस्था की गई है. डीएम दीपक मीणा ने कहा कि दूषित पानी पीकर बीमार हुए लोगों के लिए डेडिकेटेड वार्ड भी बनाया गया है.
कई बार शिकायत की, लेकिन समाधान नहीं हुआ
वहीं, मंडी चमारान मोहल्ले के लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीने से अचानक सैकड़ों लोग बीमार हो गए. लोगों का कहना है कि घर पर जो पानी आ रहा था वह ऐसे लग रहा था जैसे साबुन मिला हुआ हो और कई बार शिकायत के बाद भी पालिका प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था. जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा. सीएमओ ने बताया कि पानी के सैंपल की भी जांच कराई गई. जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उस पर कार्रवाई की जाएगी.