कुलदीप चौहान/विनीत: आज सावन माह का चौथा और आखिरी सोमवार है. सावन मास भोलेनाथ को अतिप्रिय है. सावन के हर सोमवार को भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. शिव भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार व्रत भी रखते हैं. मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. यूपी के अमरोहा और बागपत के मंदिरों में शिव भक्त अपनी मनोकामना लेकर जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं.


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अमरोहा के वासुदेव तीर्थ स्थल पर शिवभक्तों का जलाभिषेक
अमरोहा नगर के श्री वासुदेव तीर्थ पर आज सुबह चार बजे से सावन के आखिरी सोमवार के मौके पर भोले के भक्त जलाभिषेक कर रहे हैं. बता दें कि अमरोहा नगर के श्री वासुदेव तीर्थ स्थल पर आज सुबह 4:00 बजे से ही सावन ने आखिरी सोमवार के शुभ अवसर पर भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए भगवान भोलेनाथ के भक्तों की लाइन लग गई. सावन के महीने के आखिरी सोमवार को भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए आज सुबह से ही हरिद्वार और बृजघाट से जल लाने वाले कांवरियों के साथ-साथ अमरोहा के अन्य श्रद्धालुओं ने भी भोलेनाथ को जल अभिषेक किया. प्राचीन परंपरा के मुताबिक अमरोहा में श्री वासुदेव तीर्थ में स्थित यह प्राचीन शिव मंदिर है जहां पर जलाभिषेक करने से और मनोकामना मांगने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यहां भोले के भक्तों की सुरक्षा में पुलिस बल तैनात रहा , पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी लगातार मंदिर का निरीक्षण किया.



बागपत-ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का रेला
बागपत के ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में सावन के अंतिम सोमवार को भगवान आशुतोष का जलाभिषेक हो रहा है. सावन का अंतिम सोमवार होने के चलते मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए मंदिर में श्रद्धांलुओं की लम्बी-लम्बी लाइनें लगी हुई हैं. आपको बता दें कि बालेनी थाना क्षेत्र के गांव पुरा में ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर स्तिथ है. जहां हर साल सावन व फाल्गुन मास की शिवरात्रि पर मेला लगता है. लोग जलाभिषेक करते हैं. ऐसा माना जाता है कि भगवान परशुराम ने यहां कजरी वन में घोर तपस्या कर शिवलिंग की स्थापना कर गौमुख से जल लाकर जलाभिषेक किया था, तभी से यहाँ जलाभिषेक होता है.


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