Mahendra Rajbhar Resignation: ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) के दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) में बड़ी खलबली की खबर है. राजभर के खिलाफ पार्टी के सदस्यों ने बड़ी बगावत छेड़ी है. सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को करीब 30 पदाधिकारियों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि ओपी राजभर अपने मिशन से भटक गए हैं. 


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महेंद्र राजभर के रेजिग्नेशन पर अरुण राजभर की प्रतिक्रिया
ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुभासपा एक पाठशाला की तरह है. यहां आकर लोग सीखते हैं और जब बड़ी डिग्री पाने की आकांक्षा जगती है, तो ऐसा कदम उठाते हैं. अरुण राजभर का कहना है कि महेंद्र काफी समय से पार्टी के सदस्य हैं और अभी तक काफी खुश थे. अचानक क्या हो गया?


20 साल से पार्टी से जुड़े हैं नेता
मऊ के गृहस्थ प्लाजा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए महेंद्र राजभर ने आरोप लगाया कि सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ऐन केन प्रकारेण सिर्फ धन बटोरने के चक्‍कर में लगे रहते हैं. उन्‍होंने कहा कि 20 साल पहले 27 अक्‍टूबर 2002 को सबकी मौजूदगी में पार्टी की स्‍थापना की गई थी. बता दें, 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन में बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ सदर विधानसभा से महेंद्र राजभर ने विधानसभा का टिकट प्राप्त कर चुनाव लड़ा था जिसमें यह मुख्तार अंसारी से मात्र 6000 वोट से हारे थे.


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ओपी राजभर के परिवारवाद से परेशान थे महेंद्र राजभर
सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर और उनके रिश्तेदार ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर पार्टी छोड़ दी. इतना ही नहीं, उन्होंने टोपी भी उतारकर जमीन पर फेंकी औक पार्टी से बगावत का बिगुल बजाया. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने आज प्रदेश महा सचिव, प्रदेश अध्यक्ष समेत 30 समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी. साथ ही, उन्होंने कहा कि अगली बैठक में तय करेंगे कि किस पार्टी में जाना है या अपनी पार्टी खुद बनानी है. वहीं, यह भी कहा कि वह ओम प्रकाश राजभर की उपेक्षा और परिवारवाद से परेशान होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. इसी के साथ, मंच पर कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश राजभर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.


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