शाहजहांपुर : शाहजहांपुर में पराली जलाने की घटनाओं पर रोक न लगा पाने पर जिला प्रशासन एक्‍शन में आ गया है. अब जिला प्रशासन ने अपने ही विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहा है. जिला प्रशासन के 81 लापरवाह कर्मचारियों पर गाज गिरी है. 


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जिले में धान की कटाई के बाद पराली जलाने की घटनाएं शुरू हो जाती हैं. दीपावली के बाद शाहजहांपुर में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. वहीं, इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए  जिला प्रशासन की ओर से विभाग के कर्मचारियों की तैनाती की गई है. बावजूद जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर लगाम नहीं लग सकी. यहां अब तक पराली जलाने की 200 से ज्‍यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं. 


पुवायां तहसील में सबसे ज्‍यादा घटनाएं 
जनपद में सबसे ज्‍यादा पराली जलाने की घटनाएं पुवायां तहसील से आई हैं. अब जिला प्रशासन के 81 कर्मचारियों पर गाज गिरी है. सबसे खास बात यह है कि इनमें 14 नोडल अधिकारी शामिल हैं. जिन्‍हें शख्‍स निगरानी की जिम्‍मेदारी दी गई थी. सभी पर लापरवाही को लेकर कार्रवाई की गई है. 


50 हजार का जुर्माना वसूला 
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि पराली जलाने वाले किसानों की पहचान की गई है. इन किसानों से 50 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया है. अधिकारियों का कहना है कि किसानों से पराली न जलाने की अपील की गई है. प्रतिबंध के बावजूद अगर कोई किसान पराली जलाते पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि जिला प्रशासन ने शुरुआत में पराली न जलाने को लेकर जागरूकता अभियान भी शुरू किया था. इस अभियान के तहत किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया था. हालांकि अभियान में सुस्‍ती आने के बाद जिले में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ गई है. जो अधिकारियों के लिए चुनौती बनती जा रही है.