Navratri 9th Day: महानवमी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, मां सिद्धिदात्री हो जाएंगी नाराज, घर में आ जाएगी दरिद्रता
Navratri 9th Day: नवरात्रि-पूजन के आखिरी दिन नवमी को दुर्गाजी की नौवीं शक्ति मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है...
Navratri 9th Day: नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. मां दुर्गा शक्ति की प्रतीक है. इस साल 04 अक्टूबर को (सोमवार) शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि है.नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा बेहद खास मानी जाती है. नवरात्रि की नवमी तिथि को मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं कि महानवमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए.
नवरात्रि-पूजन के आखिरी दिन नवमी को दुर्गाजी की नौवीं शक्ति मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है. इस बार नवमी 4 अक्टूबर को है. देवी सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं. इस दिन जो भक्त विधि-विधान और पूरी निष्ठा के साथ मां की पूजा करते हैं उन्हें सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है.
नया काम करने की मनाही
नवमी के दिन कोई भी नया काम करने की मनाही होती है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक नवमी खाली तिथि होती है. कहने का मतलब है कि इस दिन किए गए कार्यों में सफलता नहीं मिलती है.
काले रंग के कपड़े न पहनें
महानवमी के दिन काले रंग के कपड़े ना पहनें. इस दिन बैंगनी या जामुनी रंग पहनना शुभ माना जाता है. यह रंग मां सिद्धिदात्री को प्रिय है.
देर तक नहीं सोएं
महानवमी के दिन देर तक सोते नहीं रहें. इस दिन सुबह जल्दी स्नान करके माता रानी का पाठ करें. यदि व्रत नहीं भी रखा है तो भी जल्दी स्नान करके पूजा अवश्य करें.
पूजा के दौरान न करें बात
नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करते समय किसी से बात न करें. मां की पूजा पूरे तन और मन के साथ करनी चाहिए.भक्तिभाव से दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
इस दिन न खाएं लौकी
नवमी के दिन लौकी नहीं करना चाहिए. अगर अष्टमी का व्रत रखा है तो महानवमी के दिन पारण में हलवा पूरी और चने से ही व्रत खोलना चाहिए.
हवन के बिना नवरात्रि पूजा-पाठ अधूरे
महानवमी के दिन हवन-पूजन जरूर करना चाहिए. इसके बिना नवरात्रि के पूजा-पाठ अधूरे माने जाते हैं. हवन के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि हवन सामग्री कुंड के बाहर ना गिरे.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.