शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश देंगे इनाम, चाचा को यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष बनाने की तैयारी : सूत्र
Shivpal Singh Yadav : मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव का रिजल्ट आने के बीच शिवपाल सिंह यादव को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उपकृत करने की तैयारी की है. प्रसपा प्रमुख शिवपाल को यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष बना सकती है समाजवादी पार्टी.
Shivpal Singh Yadav : समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच पारिवारिक एका के बाद राजनीतिक एकजुटता के संकेत मिलने लगे हैं. सूत्रों से खबर है कि अखिलेश यादव अपने चाचा को यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बना सकते हैं. शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही फरवरी 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव लड़े थे. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव (Mainpuri Loksabha Upchunav 2022) में मतदान पूरा होने के बाद ये घटनाक्रम सामने आया है. डिंपल यादव (Dimple Yadav) मैनपुरी से भारी जीत की ओर बढ़ रही हैं और शिवपाल की जसवंतनगर विधानसभा सीट से अगर जीत का दायरा बड़ा रहता है तो चाचा का इनाम मिलना तय माना जा रहा है.
शिवपाल सिंह यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख भले ही हों, लेकिन विधानसभा चुनाव उन्होंने जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ा था. सपा को विधानसभा चुनाव में 111 सीटें मिली थीं. हालांकि अखिलेश ने इलेक्शन के ठीक बाद समाजवादी पार्टी की जो विधानमंडल दल की बैठक बुलाई थी, उसमें कथित तौर पर शिवपाल और सुहेलदेव समाज की पार्टी ओपी राजभर को नहीं बुलाया गया था. इसके बाद शिवपाल और अखिलेश के बीच दूरियां एक बार फिर बढ़ गईं.
शिवपाल ने पीएम मोदी, सीएम योगी और अमित शाह की तारीफ में कुछ ऐसी बातें भी कहीं, जो सपा को नागवार गुजरीं. सपा की ओर से बाकायदा शिवपाल को बीजेपी में शामिल होने की सलाह तक दे डाली गई. हालांकि यूपी के पूर्वल मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद परिवार में एक बार फिर एकजुटता की कवायद शुरू हुई. अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव और शिवपाल सिंह यादव सैफई में ही काफी दिनों तक रहे और माना जा रहा है कि इसी दौरान बातचीत में गलतफहमियां दूर हुईं.
यूपी में 48 जिलों के नगर निकायों में आरक्षण की पूरी लिस्ट यहां देखें
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के दौरान चचा भतीजे कई बार चुनावी रैलियों में एक साथ नजर आए. शिवपाल ने खुले मंच से अखिलेश की तारीफ करने के साथ कहा था कि मुझे पर भरोसा करे, मैं नेताजी की तरह आपका भी वफादार रहूंगा. वहीं जब गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में शिवपाल से दोबारा पूछताछ करने की बात सामने आई तो अखिलेश ने खुलकर उनका बचाव किया. अखिलेश ने शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा घटाए जाने को लेकर भी यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था.
WATCH: यूपी निकाय चुनाव की आरक्षण सूची जारी, सपा और प्रसपा गठबंधन पर ओमप्रकाश राजभर ने कही बड़ी बात