दिल्ली में वाहवाही लूटने वाली शिवराज सरकार नल जल योजना पर घिरी, राजगढ़ के माना गांव में 3 लोगों की मौत से गुस्सा
मध्यप्रदेश के राजगढ़ के माना गांव में सरकार की योजना की वजह से 3 लोगों की जान चली गई. जिस योजना के नाम पर शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश ही नहीं दिल्ली में खूब वाहवाही लूटी. उस योजना की नाकामी की वजह से 3 लोगों के लिए कुआ कब्र बन गया.
प्रमोद शुर्मा/राजगढ़ : जिस योजना पर सरकार ने दिल्ली में वाह वाही लूटी उसी योजना की नाकामी ने तीन लोगों की जान ले ली है. राजगढ़ के माना गांव में घरों मे मौत के कुएं हैं. यहां नल जल योजना फेल हो चुकी है. शायद आपको यकीन नहीं होगा कि सरकार की कोई योजना लोगों की जान ले सकती है, लेकिन मध्यप्रदेश के राजगढ़ के माना गांव में सरकार की योजना की वजह से 3 लोगों की जान चली गई. जिस योजना के नाम पर शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश ही नहीं दिल्ली में खूब वाहवाही लूटी. मध्य प्रदेश को जिस पीएम की फ्लैगशिप योजना नल जल योजना यानी जल जीवन मिशन के लिए शाबासी मिली उस योजना की नाकामी की वजह से 3 लोगों के लिए कुआ कब्र बन गया.
राजगढ़ गांव का माना गांव इस गांव में मातम पसरा हुआ है. तीन युवकों के कुएं में शव मिलने से माना गांव में शोक पसर गया है. 3 हजार की आबादी वाले गांव में डेढ़ सौ के आसपास घर हैं. इस गांव में सरकार की हर घर तक टोंटी से जल पहुंचाने की योजना तो पहुंची पर टोटिंयों से घर तक पानी नहीं पहुंचा.
यही वजह है कि लोगों ने अपने घरों में कुएं खुदवा रखें यह कुएं लोगों के लिए कब्रगाह बन रहे हैं. 3 लोगों की कुएं में शव मिलने से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है. नल है पर नलों में जल नहीं है. राजगढ़ का ये माना गांव आजादी के बाद से आज तक पेयजल संकट से जूझ रहा है. हर घर तक सरकार की नल जल योजना की टोटी तो पहुंची पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
जल संकट से जूझ रहा गांव
माना में मातम पसरा हुआ. जल संकट ने तीन घरों के चिराग बुझा दिए.घरों में बने कुए में तीन दलितों की जान ले ली. मृतकों में ओमप्रकाश अहिरवार (उम्र 30),कांताप्रसाद अहिरवार (30 वर्षीय),विष्णु अहिरवार (24 वर्ष) शामिल हैं.
जल संकट ने ली जान-ग्रामीण
ज़ी मीडिया संवाददाता प्रमोद शर्मा ने जब राजगढ़ के माना गांव में 3 लोगों की कुए में मौत को लेकर गांव में जल संकट का हाल जाना तो हर घर में एक हुआ पाया. ग्रामीणों का साफ कहना है कि गांव में पानी संकट है इसीलिए घरों में कुआं खोदकर इनमें पानी स्टोर किया जाता है.
3 लोगों की कुएं में मौत के लिए ग्रामीणों ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने साफ कहा कि यदि जल जीवन मिशन सरकार की योजना गांव में चल रही होती तो 3 लोगों की मौत ना हुई. सरकार की जल जीवन मिशन के तहत घरों तक नल तो पहुंचे पर नलों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. हर घरों में आपको कहीं बंद हुए तो कहीं खुले हुए नजर आएंगे.माना गांव में मौत के कुएं नजर आ रहे हैं. ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल है.
मौत के साधन मजबूरी में खोद रहे है
कहा जाता है जल ही जीवन है. जल है तो कल है और यही जल संकट लोगों के लिए जानलेवा बन रहा है. माना गांव आजादी के बाद से जल संकट से जूझ रहा है. सरकार की योजना ने गांव में दम तोड़ दिया है. इसीलिए लोगों को मजबूरी में मौत के साधन हुए खोदने पड़ रहे हैं. यह कुएं लोगों के लिए जानलेवा बन रहे हैं. योजना कागजों पर दौड़ गई लेकिन जमीन पर योजना ने दम तोड़ा है.