सलमान आमिर/सिद्धार्थनगर: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में बीती रात एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां एक गांव में स्थित विवाह घर का पिलर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई. इस विवाह घर में बाढ़ प्रभावित करीब 3 दर्जन लोगों ने शरण ले रखी थी. मामला डुमरियागंज तहसील के मरवटिया मुस्तहकम गांव का है. यह घटना कल देर रात 12:00 बजे उस वक्त हुई जब बाढ़ प्रभावित शरणरार्थी विवाह घर में सोने जा रहे थे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बाढ़ की चपेट में सिद्धार्थनगर 
बता दें कि सिद्धार्थनगर जिला पूरी तरह बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ प्रभावित लोगों को बन्धों (छोटा पुल) पर या गांव में अन्य जगहों पर शरण लेनी पड़ रही है. मरवटिया मुस्तहकम गांव के निचले स्थान के लोगों ने घरों में पानी भर जाने की वजह से इस विवाह घर में शरण ली हुई थी. मौके पर पहुंचे डीएम ने बताया कि इस विवाह घर की छत काफी कमजोर थी. उसे रोकने के लिए कई पिलर अंदर से बनाए गए थे. मिट्टी धंसने से पिलर ने छत को छोड़ दिया था. बाढ़ की वजह से पिलर और ज्यादा धंस गया.  


इन लोगों की हुई मौत 
पिलर की चपेट में आकर 13 वर्षीय जय सिंह चौहान की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 22 वर्षीय रिंकी, 20 वर्षीय पूनम और एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. तीनों को चिकित्सीय सहायता के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया. जहां पूनम और रिंकी की मौत हो गई. दोनों मृतक सगी बहने हैं. जिलाधिकारी ने मृतक परिवारों को हर तरह की सरकारी सहायता देने की बात कही है. इसके साथ ही टीम बनाकर जांच कराने का आश्वासन दिया है. 


पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे 
घटना की सूचना पर मौके पर भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह भी पहुंचे. उन्होंने मृतक परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने सरकारी मदद के साथ घटना की जांच की भी बात कही. इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भी आश्वासन दिया. 


यह भी देखें: WATCH: अगर आपके खाते में नहीं पहुंची है पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त, तो जल्दी से करें ये काम