Sikkim Road Accident : सिक्किम सड़क हादसे में शहीद हुए 16 जवानों में 4 यूपी से थे. इसमें से 3 जवानों का पार्थिव शरीर लखनऊ ले आया जा रहा है. वहीं, 1 जवान का पार्थिव शरीर  मुजफ्फरनगर ले जाया जाएगा. उन्‍नाव में नायक श्‍याम यादव के शहादत की खबर फैली तो पूरे जनपद में शोक की लहर दौड़ गई. इस दौरान हजारों की संख्‍या में लोग श्‍याम यादव के गांव पहुंच रहे हैं. स्‍थानीय प्रतिनिधि भी पहुंच कर दुख प्रकट कर रहे हैं. वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सभी दिवंगत के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है.


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8 दिसंबर को घर से ड्यूटी पर गए थे श्‍याम यादव 
शहीद श्‍याम यादव के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले महीने ही छुट्टी पर घर आया था. 8 दिसंबर को ही घर से बेस पर गया था. कहा कि उनका बेटा प्रतिदिन उन्‍हें फोन करता था. घटना वाले दिन शुक्रवार को बेटे का फोन नहीं आया. शुक्रवार रात 12 बजे शहीद होने की खबर मिली तो पूरा गांव एकत्रित हो गया. शहीद के पिता ने बताया कि श्‍याम यादव 2011 में सेना में भर्ती हुए थे. उन्‍होंने कहा कि श्‍याम यादव एकलौते थे. अब उनकी कोई औलाद नहीं बची. 


गांव का हर युवा देश की रक्षा के लिए जान न्‍योछावर को तैयार  
श्‍याम यादव की शहादत की खबर के बाद उनसे सेना में जाने के लिए प्रशिक्षण ले रहे कई युवा गांव पहुंचे. युवाओं का कहना है कि श्‍याम जब भी घर आते थे तो उन्‍हें सेना में जाने के गुर सिखाया करते थे. युवाओं ने कहा कि उनके गांव का हर लड़का देश की रक्षा में जान न्‍योछावर को तैयार है. हर युवा सेना में भर्ती होकर भारत माता की सेवा करना चाहता है. 


शहीद के घर पहुंचे मंत्री कपिल देव 
वहीं, मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के गांव यूसुफपुर गांव में भी नायक लोकेश की शहादत की खबर सुनकर लोग स्‍तब्‍ध हैं. लोकेश का पार्थिव शरीर देर रात तक सीधे उनके गांव ले आया जाएगा. इसके बाद यहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. लोकेश किसान उदयवीर सिंह के इकलौते पुत्र थे. वह 9 साल पहले 25 ग्रेनेडियर्स में भर्ती हुए थे और 10 दिन पहले ही वह छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे. घटना की सूचना के बाद प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी शहीद के गांव पहुंचे. 



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घर में शहीद के जुड़वां बच्‍चों के जन्‍मदिन की चल रही थी तैयारी 
ललितपुर के शहीद जवान चरन सिंह का पार्थिव शरीर लखनऊ ले आया जा रहा है. चरन सिंह के पिता हुकुम सिंह ने बताया कि उनका बेटा 22 दिन पहले ही बेस पर लौटा है. चरन सिंह वर्ष 2004 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. वर्तमान में वह 26 नायक यूनिट में सिक्किम में तैनात थे. चरन सिंह के बड़े भाई अमर सिंह ने बताया कि शाम को सेना यूनिट से उन्हें फोन पर घटना की जानकारी दी गई है और चरन सिंह के इस घटना में हताहत होने के बारे में बताया गया है. हालांकि बाद में उनके शहादत की पुष्टि की गई. उन्‍होंने बताया कि चरन सिंह के जुड़वां बच्‍चों के जन्‍मदिन की तैयारी की जा रही थी. जन्‍मदिन की खुशियां मातम में बदल गई. 


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