नोएडा : ग्रेटर नोएडा को स्‍मार्ट सिटी बनाने की कवायद शुरू हो गई है. इसी क्रम में सिंगापुर की एक एजेंसी ग्रेटर नोएडा का थ्रीडी मॉडल तैयार करेगी. यह थ्रीडी मॉडल जमीन के अंदर और बाहर इन्फ्रास्ट्रक्चर की जानकारी देगा. साथ ही न्यू नोएडा के मास्टर प्लान बनाने में भी यह एजेंसी अहम भूमिका निभा सकती है. सिंगापुर की यह एजेंसी यूपी सरकार के साथ जल्‍द साझेदारी करेगी. 


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2031 तक 16 लाख हो जाएगी आबादी  
दरअसल, नोएडा को 19 हजार 600 हेक्टेयर जमीन पर 1976 में बसाया गया था. मास्टर प्लान में 2031 तक इसकी आबादी 16 लाख के आसपास आंकी गई थी. आबादी के साथ यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. नोएडा ही प्रदेश में सबसे ज्यादा राजस्व और निवेश का केंद्र है. ऐसे में यहां और ज्यादा इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है. इसके लिए यह जानना जरूरी है कि जमीन के नीचे कहां-कहां पाइप लाइन है, जिनको शिफ्ट किया जाना है. 


कई जरूरी प्रोजेक्‍ट अटके 
इतना ही नहीं नोएडा के कई महत्‍वपूर्ण प्रोजेक्‍ट को मूर्त रूप देने में भी देरी हो रही है. इसका कारण, जमीन के अंदर कितनी गहराई में पाइप लाइन है, इसका पता न चल पाना भी है. यही वजह है कि सेक्टर-96 का अंडरपास करीब 3 महीने बंद रहा. यहां जल सीवर की मेन लाइन थी, जिसे अब शिफ्ट किया गया है. 


जमीन के नीचे क्‍या, पता चल सकेगा 
थ्रीडी मॉडल से पता चल जाएगा कि जमीन के नीचे और कितनी गहराई में कौन-कौन से पाइप लाइन या रॉक (चट्टान) हैं. यह मॉडल एक खोखले पाइप की तरह होगा. इसमें ऊपर की ओर इन्फ्रास्ट्रक्चर दिखाई देगा और नीचे एमिनिटीज. इसके अलावा सड़क, पार्क, ग्रीन बेल्ट, इंडस्ट्री आदि में दिखेगा. नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि थ्रीडी मॉडल पूरे शहर का होगा. इसकी सटीकता 95 फीसदी तक होगी.


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