राघवेंद्र सिंह/बस्ती: जिनके कंधों पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई हो अगर वही अपराध करने लगे तो क्या होगा, उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक बर्खास्त सिपाही इंटरनेशनल कार लिफ्टर बन गया. पुलिस की वर्दी पहने आरोपी ने कानपुर से एक कार पर हाथ साफ कर दिया. जिसको बस्ती में गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने पूछताछ में अपने आप को बर्खास्त सिपाही बताया है, जो कभी उरई जनपद में तैनात था. उसकी गाड़ी से पुलिस की वर्दी भी बरामद हुई है.


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जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल कानपुर में शुक्रवार सुबह एक कार चोरी हो गई. शनिवार को जब फोरलेन के रास्ते अयोध्या से गोरखपुर की तरफ तेजी से निकलने की सूचना मिलते ही बस्ती पुलिस अलर्ट हो गई. आरोपी को पकड़ने के लिए हाइवे पर जगह-जगह बैरिकेडिंग करा दी गई. तभी छावनी में टोल प्लाजा पर लगे बैरियर को तोड़ते हुए लाल रंग की हुंडई आई10 कार में सवार रामजानकी मार्ग की तरफ भाग निकला. इस दौरान दर्जनों की संख्या में बाइक सवारों ने उसका पीछा किया. 


घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
घेराबंदी देख वर्दीधारी चालक ने कार हर्रैया थाना क्षेत्र के बेलाड़े गांव की तरफ मोड़ दी. चालक और उसके साथी दोनों ओर से घिरे होने के कारण कार रोड पर खड़ा करके गन्ने की खेत मे भागने लगे. पुलिस ने दौड़ा कर ग्रामीणों के सहयोग से हर्रैया पुलिस ने कार समेत चालक और उसके सहयोगी को अरेस्ट कर लिया है.


सीओ शेषमणि ने बताया कि उससे पूछताछ में पता चला कि दोनों जालौन जिले के रहने वाले हैं. इनमें से एक की परवेज और दूसरे की लियाकत के रूप में पहचान हुई है. इनके द्वारा यूपी , उत्तराखंड से दो गाड़ी चोरी कर नेपाल में बेचे जाने का मामला सामने आया है. आज भी कानपुर से बस्ती के रास्ते चोरी की गई गाड़ी को नेपाल ले जाकर बेचने की फिराक में थे और रास्ते मे दबोच लिए गए. इसमें अभियुक्त परवेज इस बात को स्वीकार किया है कि वह पहले सिपाही था जो अब बर्खास्त चल रहा है.