सीतापुर: यूपी के सीतापुर में साथी बंदी की हुई मौत के बाद जेल में बंद तकरीबन 16 सौ बंदियों ने भूख हड़ताल कर दी है. इतना ही नहीं बंदियों ने न्यायालय ने पेशी पर भी जाने से इंकार कर दिया है. वहीं, इस पूरे मामले की सूचना मिलते ही डीआईजी जेल एके श्रीवास्तव सीतापुर जेल पहुंचे. उन्होंने इस मामले में अधिकारियों से लेकर बंदियों से पूछताछ की. डीआईजी जेल के काफी मनाने के बाद बंदी पेशी पर जाने के लिए तैयार हुए. वहीं, बंदियों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप था कि मृतक बंदी को जेल प्रशासन के द्वारा हीटर पर खड़ा करके शौच कराया गया.


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इस मामले में बंदियों ने प्रतिमाह अधिकारियों के द्वारा किए जाने वाले जेल के निरीक्षण पर भी सवालिया निशान लगाया है. फिलहाल, डीआईजी जेल एके श्रीवास्तव के द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है. अब देखना ये है कि जांच में क्या कुछ निकलकर सामने आता है.


आपको बता दें कि बंदी बबलू साल 2022 में मिश्रिख थाना क्षेत्र में हुए बलात्कार के मामले में जिला कारागार में बंद था. कल उसकी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. इसके बाद साथी बंदी की मौत की सूचना मिलते ही जेल के कैदियों में आक्रोश व्याप्त हो गया. इसके बाद लगभग 1500 बंदियों ने खाना बंद कर दिया और भूख हड़ताल पर चले गए. कैदियों के भूख हड़ताल पर जाने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आलम ये था कि भूख हड़ताल की जानकारी मिलते ही डीआईजी जेल एके श्रीवास्तव सीतापुर कारागार पहुंच गए. जेल में काफी मान मनौवल के बाद बंदी पेशी पर जाने को राजी हुए.


जानकारी के मुताबिक पेशी पर जाते समय कैदियों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. बंदियों का आरोप है कि जेल के अंदर बंदियों के साथ काफी बुरा व्यवहार किया जा रहा है. अवैध वसूली चरम पर है. आरोप है कि फार्मासिस्ट के द्वारा बंदी बबलू की गला दबाकर हत्या कर दी गई है. इस वजह से बंदी खाना नहीं खा रहे हैं. शैलेंद्र फार्मासिस्ट के ऊपर बंदियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जब अधिकारी जेल में जांच के लिए आते हैं, तो खानापूर्ति की जाती है. बंधुओं से कोई पूछताछ तक नहीं होती. कैदियों ने बताया कि मृतक बंदी बबलू को हीटर पर खड़ा करके शौच कराई गई. इसके बाद उसकी पिटाई भी की गई है.