Sitapur: निकाय चुनाव से पहले टाइल्स पर टकरार, जमकर हुई पत्थरबाजी, पुलिस से मारपीट
UP News: सीतापुर में रविवार रात तंबोर कस्बे में ईदगाह में टाइल्स लगाने को लेकर जमकर विवाद हो गया. आइए बताते हैं पूरा मामला...
सीतापुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीतापुर (Sitapur) में रविवार रात तंबोर कस्बे में ईदगाह में टाइल्स लगाने को लेकर जमकर विवाद हो गया. इस दौरान निकाय चुनाव को लेकर नगर पंचायत के दो पूर्व अध्यक्ष और उनके समर्थक आमने सामने आ गए. दो लोगों की पिटाई किए जाने से नाराज एक पक्ष के लोगों ने कस्बे में जमकर उपद्रव किया, तो दूसरा पक्ष भी सड़क पर उतर गया. इस दौरान जमकर पथराव हुआ, पुलिस भी पिट गई. जानकारी के मुताबिक पथराव में एक सिपाही भी घायल हो गया. आइए बताते हैं पूरा मामला.
आपको बता दें कि तंबौर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और निवर्तमान अध्यक्ष के प्रतिनिधि भाजपा नेता झब्बन बेग का पुत्र खालिद बेग शनिवार की शाम को कस्बे में स्थित ईदगाह गया था. यहां पहले से मौजूद पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष इस्तियाक खां के पुद्ध दानिश और समर्थक इकबाल ने खालिद बेग से अभद्रता कर दी. मौके पर पहुंचे कुछ लोगों ने मामला शांत करा दिया. इसके बाद रविवार रात इकबाल का भाई शाबान, अपने भतीजे आमिर के साथ सदर बाजार गया था. यहां झब्बन के समर्थकों ने इन दोनों की पिटाई कर दी.
लाठी डंडों से हुई पिटाई
जानकारी के मुताबिक लाठी डंडों से पिटाई किए जाने के कारण शाबान और आमिर गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान उनके सिर फट गए. इसी बीच इश्तियाक के समर्थक मौके पर पहुंच गए. दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तंबौर ले गए. घटना का पता चलने पर इस्तियाक भी अपने भाई असफाक, दानिश और आसिफ के साथ सीएचसी पहुंच गया. आरोप है कि इन लोगों ने शाबान और आमिर का मेडिकल नहीं होने दिया. वहीं, भीड़ के साथ बाबा बुदानीदीन चौराहा पर आ गए. मौके पर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस बात का पता चलने पर पुलिस फौरन मौके पर पहुंच गई, तो इस्तियाक के समर्थक पुलिस से भिड़ गए.
पुलिस पर हुआ पथराव
दरअसल, इस्तियाक के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, तो पुलिस ने भी लाठी भांजना शुरू कर दिया. लगभग आधे घंटे तक यहां अफरा तफरी का माहौल रहा. पुलिस और इस्तियाक समर्थकों के बीच झड़प होती रही. आनन-फानन ही एसडीएम लहरपुर अनुपम मिश्रा और सीओ बिसवां अभिषेक प्रताप मौके पर पहुंचे. कई थानों की पुलिस भी मौके पर बुला ली गई. इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में किया गया.