किसानों को ब्लॉक-तहसील के नहीं लगाने होंगे चक्कर, गांव में हो जाएगा समस्या का समाधान, DM ने किया ये खास इंतजाम
Farmers News: ग्रामीणों को जाति, निवास सहित अन्य कागजात व सरकार की तरफ से चलने वाली योजनाओं का लाभ लेने और इनमें होने वाली समस्याओं को लेकर कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं करना पड़ेगा. इसको लेकर खास इंतजाम किया गया है.
अंशुमान पांडेय/सोनभद्र: ग्रामीणों की समस्याओं के जल्द समाधान, दौड़ भाग के झंझट को खत्म करने को लेकर डीएम ने एक नई पहल की है. इसके तहत अब ग्रामीणों को अपनी समस्या लेकर ब्लॉक, तहसील और कलेक्ट्रेट या अन्य किसी ऑफिस में दौड़ने लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसको लेकर खास इंतजाम किया गया है.
दरअसल, ग्रामीणों को जाति, निवास सहित अन्य कागजात व सरकार की तरफ से चलने वाली योजनाओं का लाभ लेने और इनमें होने वाली समस्याओं और शिकायतों को लेकर कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे. इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया है.
जिला अधिकारी समाधान दिवस के रूप में हर सोमवार को ग्राम पंचायत के सचिवालय में रोस्टर के अनुसार कैंप लगाया जाएगा. इस कैंप में ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी सहित संबंधित अधिकारी भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जिससे ग्राम पंचायत के सचिवालय में अनिवार्य रूप से समाधान दिवस पर समाधान कैंप लगे. आज सोमवार को बेठिगांव निस्फ़ गांव में जिलाधिकारी व सदर विधायक के द्वारा कैम्प का शुभारम्भ किया गया.
जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि जिले का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है. इसलिए लोगों को बहुत दूर-दूर से तहसील व ब्लॉक पर जाना पड़ता है. इन समस्याओं को दूर करने के लिए बेठगांव निस्फ़ गांव से समाधान दिवस का आयोजन किया गया है. जिससे गांव के लोगों को तहसील व ब्लाक में जाना न पड़े. गांव स्तर की समस्याओं का समाधान गांव में ही हो जाए.
उन्होंने कहा कि जमीनी विवाद, आवास, हर घर नल योजना, सड़कों के टूटने जैसी समस्याएं ग्रामीणों के द्वारा बताई गई हैं. इन सभी राज्य समस्याओं को नोट किया गया है. इनको जल्द से जल्द निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया है. यह ग्राम समाधान दिवस 80 ग्राम पंचायतों में किया गया है. इन सभी गांव में नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है. प्रत्येक सप्ताह यह देखा जाएगा कि समस्याओं के निस्तारण में किस तरह से कमी आई है.